बिहार में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम यानी चमकी बुखार की वजह से बच्चे की माैत हो गई है। इस बात की जानकारी एसकेएमसीएच के अधीक्षक ने दी है।

मुजफ्फरपुर (बिहार) (एएनआई)। गर्मी के माैसम में एक बार फिर बिहार में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम ने दस्तक दे दी है। राज्य के मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) में गुरुवार को एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के कारण एक बच्चे की माैत का मामला सामने आया है। इस बात की जानकारी अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर एसके शाही ने दी है। एसकेएमसीएच में एईएस से पीड़ित कुल 22 बच्चों को इस साल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें से पांच की मौत हो चुकी है। वहीं करीब 17 बच्चों की छुट्टी कर दी गई है।

बीते साल 125 से अधिक बच्चों की जान चली गई थी

एईएस एक वायरल बीमारी है जो फ्लू जैसे लक्षण जैसे तेज बुखार, उल्टी और अत्यधिक मामलों में मस्तिष्क की शिथिलता, दिल और गुर्दे की सूजन का कारण बनती है। एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम से मरीज की जान पर भी बन आती है। बीते साल बिहार में इस बीमारी ने बड़ी संख्या में बच्चों को अपनी चपेट लिया था। इसे चमकी बुखार के नाम से भी पहचाना जाता है। क्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम से बिहार में बीते साल 125 से अधिक बच्चों की जान चली गई थी। रात में खली पेट सोने से, नमी के कारण डिहाइड्रेशन होना व खाली पेट लीची खाने से यह बीमारी फैलती है।

Posted By: Shweta Mishra