- सरकार ने बनाई वन टाइम सेटलमेंट की योजना

सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने दी जानकारी

DEHRADUN: केदारनाथ आपदा प्रभावितों व पिथौरागढ़ में आत्महत्या करने वाले किसान के ऋण का ब्याज माफ करने का निर्णय सहकारिता मंत्रालय ने लिया है। इसके लिए सरकार ने वन टाइम सेटलमेंट योजना बनाई है। इसमें ऋण के तहत लिए गए मूलधन को वापस करने की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। ऋणदाताओं को तीन साल के भीतर स्वयं ऋण की किश्त तय करते हुए मूलधन वापस करने की सुविधा दी गई है।

तीन साल में चुकाना होगा मूलधन

रविवार को विधानसभा में सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ। धन सिंह रावत ने कहा कि केदारनाथ में आई आपदा के दौरान कुछ मकान बहे थे। इन भवन स्वामियों पर तकरीबन ख्0 लाख रुपये का ऋण था। अब सरकार ने इनके साथ वन टाइम सेटलमेंट का निर्णय लिया है। इन्हें कहा गया है कि इनका ब्याज माफ कर दिया गया है। इन्हें केवल मूलधन देना है। वे तीन साल के भीतर अपनी क्षमतानुसार किश्त देकर मूलधन चुका सकते हैं।

बैंक नहीं करते किसानों को परेशान

पिथौरागढ़ में पिछले दिनों कर्ज के कारण आत्महत्या करने वाले किसान के संबंध में उन्होंने कहा कि किसान ने बैंक से 7भ् हजार का ऋण लिया था। सहकारी बैंक ने कभी किसान को वसूली पत्र नहीं दिया। सहकारी बैंक का मकसद किसानों को परेशान करना नहीं है। सहकारी बैंक से ऋण लेने वाले शेष किसानों के संबंध में उन्होंने कहा कि जिन किसानों की स्थिति बेहद खराब है, उनका परीक्षण किया जा रहा है। इसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।

Posted By: Inextlive