बि‍हार के एक गांव से सभी पुरुष अचानक गायब हो गए हैं। जी हां ऐसा हुआ है पुलिस द्वारा उनकी गिरफ्तारी करने के डर से। गांव से सभी पुरुषों के भाग जाने के बाद अब गांव में सिर्फ महिलाएं बच्‍चे और वृद्ध बचे हुए हैं। घटना सोमवार को ग्रांम पंचायत चुनाव के पांचवें चरण के वोटिंग के दौरान की है। मतदान के दौरान हुई हिंसक झड़प में मसौढ़ी के पुलिस निरीक्षक अनुमंडल पदाधिकारी का अंगरक्षक सहित अन्य कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।


बिहार के कोरियावांगढ़ गांव की है घटनाबिहार की राजधानी पटना के मसौढ़ी थाना क्षेत्र के कोरियावांगढ़ गांव के सभी पुरुष गिरफ्तारी के डर से गांव से फरार हो गए हैं। गांव में सिर्फ महिलाएं और बच्चे बचे हुए हैं। यह मामला बिहार ग्राम पंचायत चुनाव के दौरान पांचवें चरण के सोमवार को हुए मतदान के बाद पुलिस-पोलिंग टीम पर हुए कथित हमले से जुड़ा हुआ है। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गांव में लगातार छोपमारी कर रही है। ऐसे में गांव के सभी पुरुष गिरफ्तारी के डर से फरार हो गए हैं। कोई भी ग्रामीण किसी अनजान व्यक्ति से बात करने को तैयार नहीं है। 800 अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ मामला


करीब दो हजार आबादी वाले कोरियावांगढ़ गांव में बड़ी संख्या अति पिछड़ा वर्ग के लोगों की है। पुलिस की माने तो हमले के बाद पीठासीन पदाधिकारी रामरतन ठाकुर के बयान के आधार पर मसौढ़ी थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिसमें एक मुखिया प्रत्याशी ओमप्रकाश भारती सहित कोरियावांगढ़ गांव के 70 लोगों को नामजद आरोपी और करीब 800 अज्ञात लोगों के आरोपी बनाया गया है।  आरोप है कि ग्रामीणों ने पुलिस बल पर उस समय हमला किया था जब पुलिस गांव के एक मतदान केंद्र से मतपेटियों को ला रही थी।

गांव में हर रोच पुलिस चला रही है सर्च ऑपरेशनपटना नगर पुलिस अधीक्षक पूर्वी सायली धूरत ने शुक्रवार को बताया आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस पर हमला करने वाले बच नहीं पाएंगे। हर संभावित ठिकानों पर नजर है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में गुरुवार को 100 से अधिक पुलिसकर्मियों ने करीब छह घंटे तक सर्च आपरेशन चलाया। इस दौरान पुलिस ने 10 से अधिक मोटरसाइकिलों को जब्त किया है।  पंचायत चुनाव के पांचवें चरण के मतदान करने को लेकर ग्रामीणों पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई थी।

Posted By: Prabha Punj Mishra