खरीद रहे 20 पैसे में बेच रहे 20 रुपये में
-नासिक में कौड़ी के दाम मिलने वाले प्याज की बनारस मंडी में बढ़ जा रही कीमत
-बिचौलियों के चलते कट रही पब्लिक की जेब 1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढगर्मी में जहां लोगों के माथे से पसीना बह रहा है वहीं किसान खून के आंसू रो रहे हैं। प्याज के दाम में आई भारी गिरावट के चलते किसानों को लागत निकलना भी मुश्किल है। इसके बावजूद पब्लिक को खास राहत नहीं है। उनके घर तक आने वाले प्याज बहुत सस्ता नहीं है। शहर की थोक मंडी में प्याज 900 से 950 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा है। फुटकर बाजारों में 12 से 20 रुपए प्रति किलो तब बेचा जा रहा है। जबकि मध्य प्रदेश और नासिक में किसानों से 20 रुपए प्रति क्विंटल प्याज खरीदा जा रहा है। यूपी के अधिकतर शहरों में प्याज की डिमांड मध्य प्रदेश और नासिक से ही पूरी होती है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि जब व्यापारी प्याज को 20 पैसे प्रति किलो खरीद रहे हैं तो ग्राहकों तक ये 20 रुपए प्रति किलो क्यों पहुंच रहा है?
बिचौलिए ले रहे फायदाकिसानों के खेतों से सस्ते में निकलकर महंगे दर में पब्लिक तक पहुंचने वाले प्याज के पीछे बड़ा खेल हो रहा है। इसके पीछे बिचौलिए हैं जो बड़ा मुनाफा कमा रहे हैं। नासिक और मध्य प्रदेश में किस रेट में प्याज आ रहा इसका पता कस्टमर्स को नहीं है। प्याज को बनारस की मंडी में लाकर स्टाक किया जा रहा है। धीरे-धीरे फुटकर मार्केट में निकाला जा रहा है। इस दौरान रेट में काफी इजाफा हो जा रहा है। कस्टमर के घर आते-आते इसकी कीमत सौ गुना बढ़ जा रही है। बिचौलियों की वजह से पब्लिक की जेब कट रही है। इसके बावजूद संबंधित विभाग के अधिकारी मौन धारण किये हैं।
वर्जन- प्याज की नई फसल मार्केट में आने से उसके रेट में काफी गिरावट आई है। वर्तमान में प्याज का रेट 900 से 950 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा है। पैदावार काफी अच्छी हुई है। मगर अब इसके आगे रेट गिरने की उम्मीद नहीं है। श्याम लाल यादव, मंडी सचिव