देश में प्याज की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश के कारण फसलों के क्षतिग्रस्त होने से प्याज के भाव आसमान छू रहे हैं। दीवाली तक तो इसकी कीमत और बढ़ जाएगी।

राजकोट (एएनआई)। देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश के कारण फसलों के क्षतिग्रस्त होने के बाद राजकोट में प्याज की कीमतों में उछाल जारी रहा। वर्तमान में प्याज 80-100 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बेचा जा रहा है। पहले कभी इस समय प्याज इतना महंगा नहीं हुआ। एक ग्राहक ने कहा, "हम सब्जियों की बढ़ती कीमतों से बुरी तरह प्रभावित हैं। प्याज की कीमतें हर दिन बढ़ रही हैं और यह हमारी जेब पर भारी पड़ रहा है।"

दिवाली पर और रुलाएगा प्याज
व्यापारियों ने सब्जी बाजार में अचानक कीमतों में बढ़ोतरी के लिए प्राकृतिक आपदाओं को जिम्मेदार ठहराया है। एक प्याज व्यापारी ने एएनआई को बताया, 'मूल्य वृद्धि इस समय अप्रत्याशित है लेकिन कई कारकों ने इसके लिए योगदान दिया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बारिश और बाढ़ के कारण फसलों को नुकसान हुआ है। मुझे लगता है कि प्याज की कीमतों में दीवाली तक 10-15 रुपये प्रति किलोग्राम की वृद्धि होगी अगर आपूर्ति को बढ़ाया नहीं गया।' उन्होंने कहा, "पिछले कुछ महीनों से 'मंडी' में महामारी के कारण ग्राहकों की कमी ने सब्जी बाजार को नुकसान पहुंचाया है। गोदामों में जमा फसल भी खराब हो गई है।"

तय कर दी स्टाॅक लिमिट
खेतों और गोदामों में खराब हुई फसलों के कारण देश भर के किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। आपूर्ति श्रृंखला बाद में महंगी हो गई थी जिसके परिणामस्वरूप सब्जी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हुई थी। घरेलू बाजार में प्याज कीमतों को नियंत्रित रखने के लिए सरकार ने शुक्रवार को 31 दिसंबर तक के लिए स्टाॅक लिमिट तय कर दी है। यह आदेश खुदरा और थोक विक्रेताओं दोनों के लिए है। उपभोक्ता मामलों के सचिव लीना नंदन ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि खुदरा व्यापारी 2 टन तक प्याज स्टाॅक कर सकते हैं जबकि थोक विक्रेताओं को 25 टन तक प्याज स्टाॅक में रखने की इजाजत होगी। सरकार ने एसेंशियल कमोडिटीज अमेंडमेंट कानून के तहत यह कदम उठाया है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari