कोरोना वायरस की वजह से देश में इस बार अधिकांश मंदिरों में भक्तों के प्रवेश पर बैन है। ऐसे में इस नाग पंचमी पर उज्जैन के नागचंद्रेश्वर मंदिर में भक्तों ऑनलाइन दर्शन की सुविधा दी जा रही है।

उज्जैन (एएनआई)। नाग पंचमी के अवसर पर पहली बार भक्त आज उज्जैन के नागचंद्रेश्वर मंदिर में ऑनलाइन प्रार्थना और दर्शन करेंगे। पुजारियों ने कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए ऑनलाइन दर्शन की सुविधा की व्यवस्था की है। मंदिर के एक पुजारी ने कहा इस मंदिर के दरवाजे साल में एक बार खोले जाते हैं। आमतौर पर दुनिया भर से लाखों लोग इस विशेष दि न पर मंदिर में आते लेकिन इस साल कोरोना वायरस के कारण ऐसा संभव नहीं था। पुजारी ने कहा परंपराओं के अनुसार पूजा की गई है और ऑनलाइन दर्शन 24 घंटे के लिए आयोजित किए जा रहे हैं। हमने कोरोना वायरस से छुटकारा पाने और चीजों को फिर से सामान्य करने के लिए प्रार्थना की।

Madhya Pradesh: Priests offer prayers at Nagchandreshwar Temple on the occasion of 'Naag Panchami'. The priest says, "The doors of this temple are opened once in a year. This year due to #COVID19, devotees can do online darshan for 24 hours." pic.twitter.com/36qmWn9hri

— ANI (@ANI) July 25, 2020


मंदिर के पट एक साल के लिए बंद कर दिए जाएंगे
ऑनलाइन दर्शन के बाद इस मंदिर के पट एक साल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नागचंद्रेश्वर मंदिर में नागपंचमी पर जिस मूर्ति के दर्शन होते हैं, वह 11वीं शताब्दी की परमारकालीन मूर्ति कही जाती है। इसमें शिव-पार्वती के शीश पर छत्र रूप में फन फैलाए नाग देवता के दर्शन होते हैं। लोगों के बीच मान्यता है कि यह मूर्ति नेपाल से यहां लाई गई है। मंदिर के दूसरे भाग में भगवान नागचंद्रेश्वर शिवलिंग रूप में विराजित हैं। वहीं नाग पंचमी को लेकर कहते हैं कि नाग पंचमी को मनुष्यों और प्रकृति के बीच के बंधन को मजबूत करने वाला त्यौहार माना जाता है। इस विशेष दिन पर किसान अपने खेतों की खुदाई या हल नहीं करते हैं।

Posted By: Shweta Mishra