- मोबाइल की स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने से बच्चों को हो रही आंखों की प्रॉब्लम lucknow@inext.co.in LUCKNOW: लॉकडाउन के चलते स्कूल-कॉलेज बंद हैं और बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं. ज्यादा देर मोबाइल स्क्रीन पर समय बिताने से उन्हें आंखों की प्रॉब्लम हो रही है. छोटे बच्चे इसका ज्यादा शिकार हो रहे हैं

- मोबाइल की स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने से बच्चों को हो रही आंखों की प्रॉब्लम

LUCKNOW: लॉकडाउन के चलते स्कूल-कॉलेज बंद हैं और बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। ज्यादा देर मोबाइल स्क्रीन पर समय बिताने से उन्हें आंखों की प्रॉब्लम हो रही है। छोटे बच्चे इसका ज्यादा शिकार हो रहे हैं। कारण यह है कि उनकी आंखें ज्यादा सेंसटिव होती हैं। ऐसे में पैरेंट्स को सावधानी बरतने की काफी जरूरत है।

बढ़ रही आंखों की समस्या

रानी लक्ष्मीबाई हॉस्पिटल में आंखों के सीनियर कंसल्टेंट डॉ। कृष्ण प्रताप सिंह ने बताया कि बच्चे पहले गेम या वीडियो देखने के लिए मोबाइल या लैपटॉप के साथ टीवी पर भी ज्यादा समय गुजारते थे। लॉकडाउन से शुरू हुई ऑनलाइन क्लासेज ने उनका स्क्रीन पर और समय बढ़ा दिया है। वे 8 से 10 घंटे तक स्क्रीन पर बिता रहे हैं। इससे उनकी आंखों पर दबाव और बढ़ गया है। इससे वे फोटो फोबिया का शिकार हो रहे हैं, जिसे आम भाषा में आंखों में चुभन होना भी कहा जाता है। इसके साथ बच्चों की आंखों में खुजली, धुंधलापन, आंख का लाल होना आदि की समस्याएं भी बढ़ रही हैं।

मेंटल ग्रोथ स्लो हो सकती है

डॉ। केपी सिंह ने बताया कि हमारी आंखें दूर तक देखने के लिए बनी हैं, लेकिन स्क्रीन पर आंख गढ़ाकर देखने से माओपिया यानि दूर दृष्टि की समस्या होती है। जिससे कम उम्र में ही बच्चों को चश्मा लगाना पड़ता है। यही नहीं अगर बच्चे को इस तरह की समस्या होने पर जल्द डॉक्टर को नहीं दिखाया तो उसकी मेंटल ग्रोथ स्लो हो सकती है।

ग्रोथ होती है प्रभावित

मोबाइल की स्क्रीन छोटी होने के कारण बच्चों की आंखों पर अधिक जोर पड़ता है और यह उनकी आंखों के लिए नुकसानदायक है। इससे बच्चों को कम दिखने लगता है और खेल या अन्य चीजों में उसका रुझान कम हो जाता है। इससे उसकी मेंटल और फिजिकल ग्रोथ पर असर पड़ता है।

15 साल के बच्चे मोबाइल से रहें दूर

मोबाइल की स्क्रीन टीवी से बहुत छोटी होती है, ऐसे में 15 साल तक के बच्चों को मोबाइल से दूर रखना चाहिए। ऐसा न करने पर उनकी आंखों में थकावट के साथ सूखापन और एलर्जी होने लगती है। आंखों की थकावट से याददाश्त प्रभावित होती है। बच्चा इस चीज को नहीं समझ सकता है, ऐसे में जरूरी है कि उसे ऑनलाइन क्लास से दूर रखें।

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ऐसे करें बचाव

- हर आधे घंटे के बाद 2-3 मिनट आंख बंद रखें

- स्क्रीन की ब्राइटनेस व कंट्रास्ट कम रखें

- थोड़ी देर काम करने के बाद दूर तक देखें

- जहां काम कर रहे हैं, वहां लाइट की व्यवस्था ठीक हो

- बच्चों को मोबाइल गेम खेलने से रोकें

Posted By: Inextlive