Patna: कपड़ा बर्तन ज्वेलरी की तरह कैपिटल समेत स्टेट के सभी छोटे-बड़े शहरों में इन दिनों एक नया कारोबार पांव पसार रहा है. यह बिजनेस है इंटरनेट के जरिये घर बैठे कमाई का.


13 हजार लोग जुड़े हैं इस बिजनेस से
इसके टार्गेट गु्रप हैं स्टूडेंट्स और अतिरिक्त कमाई करने का सोचने वाला कॉमन मैन। शहर में 9 हजार और पूरे पटना में 13 हजार लोग इस काम से जुड़े हैं। घर बैठे होने वाले इस कारोबार में कई स्कीम लांच है, जिनसे जुडऩे के लिए आपको सिक्योरिटी मनी जमा करना होती है। बोरिंग रोड, न्यू मार्केट, कंकड़बाग जैसे प्रमुख व्यवसायिक केंद्रों सहित बेगूसराय, सहरसा, बरौनी, बक्सर, नालंदा, आरा, मधुबनी जैसे शहरों में इससे जुड़ी कंपनियों ने अपने ऑफिस शुरू करके डिफरेंट मार्केट बना दिया है। यह बिल्कुल वैसा ही है, जैसा हर शहर में कपड़ा, गहना, बर्तन व इसी तरह के अन्य सामान का अलग मार्केट होता है। इस न्यू कारोबार को इस समय पब्लिक कुछ ज्यादा ही लाइक कर रहे हैं, जब इंटरनेट उम्र के तीन दशक पार कर दिया है। जनवरी में ही इंटरनेट के 31 साल पूरे हो गए हैं। शहर में करीब एक दर्जन कंपनियां हैं। हर एक कंपनी में ढेड़ हजार यूजर्स के साथ करीब 18 हजार लोग इन काम से जुड़े हैं। डेली क्लिक करो, सौ रुपया पाओ


शहर में इसका कारोबार करने वाले गुजरात की कंपनी के स्थानीय प्रबंधक दिनेश कुमार के अनुसार उनकी कंपनी ऑनलाइन विज्ञापन को प्रमोट करती है, जिसके लिए यूजर्स जोड़े जाते हैं। उन्हें आईडी बनाकर दी जाती है, जिसके लिए एक साल के साढ़े तेरह हजार रुपए लिए जाते हैं। एक दिन में सौ कंपनियों के यूआरएल लिंक इस आईडी पर भेजे जाते हैं। क्लिक करते ही सौ रुपए यूजर के खाते में आ जाते हैं। इस तरह एक मंथ में तीन हजार रुपए और साल में 36 हजार रुपए की कमाई हो जाती है। यह राशि यूजर्स को नकद या उसके अकाउंट में डाल दी जाती है। अलग-अलग कंपनियों के इस तरह की अलग-अलग स्कीम होती है, शुरुआती फी अलग-अलग होती है, पर लक्ष्य यूआरएल क्लिक से कमाई का ही है।ठगी से भी रहना होगा अलर्ट

इंटरनेट से हो रहा यह नया कारोबार पूरी तरह ऑनलाइन हो रहा है। एक यूजर मुकेश ठाकुर का कहना है कि उन्हें इससे रेग्युलर इनकम हो रही है। वे यहां तीन कंपनियों से आईडी लेकर काम कर रहे हैं। दिन में आधा से एक घंटा समय दो और चार से पांच सौ रुपए कमा लेते हैं। इंटरनेट पब्लिक के लिए फैसिलिटीज के साथ-साथ कमाई का बड़ा माध्यम बन रहा है। ऑनलाइन विज्ञापन से कई कंपनियां अपना प्रचार-प्रसार करवा रही हैं, जिसका लाभ नेट से जुड़ी एडवर्टिजमेंट कंपनियों से ले रही हैं। इनमें कई अच्छा और ईमानदारी से काम कर रही हैं, तो कुछ का मकसद पब्लिक को ठगना होता है। आईटी स्पेशलिस्ट अंकित शुक्ला के अनुसार किसी भी कंपनी में इनवेस्ट करने से पहले उसकी प्रोफाइल के साथ उसके रिकॉर्ड और पुराने यूजर्स को परखें, तो ठगी की आशंका भी कम रहेगी।बड़े धोखे हैं इस राह मेंकमाई तो अपनी जगह है, पर इसमें ठगी भी कम नहीं है। यदि आपसे सिक्योरिटी मनी लेकर कोई कंपनी रुपए न दें, तो आप कुछ कर भी नहीं सकते। ऐसे में जब भी आपको इस तरह का कोई काम करना हो, तो पहले कपनी की पूरी प्रोफाइल देख लें, उसके बाद ही इसमें इन्वेस्ट करें, क्योंकि आजकल इसमें धोखाधड़ी के मामले कुछ जयादा ही सामने आ रहे हैं।  इंटरनेट के तीन दशक- पहले नासा द्वारा बनाया हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में इंटरनेट चलता था।- नासा ने इसे इंटरनेट में बदलकर मैक्सिमम यूजर्स तक पहुंचाया।- जनवरी 2014 के पहले सप्ताह में इंटरनेट के 31 साल पूरे हो गए। हम पढ़ाई के साथ-साथ ऑनलाइन विज्ञापन को प्रमोट करने का काम भी कर रहे हैं। गुजरात की एक कंपनी की आईडी से मैं पिछले 7 माह से यह काम कर रहा हूं।
कृष्णा कुमार, कॉमर्स कॉलेज मैं कैट व एमबीए की प्रीपे्रशन करता हूं। डेली एक से दो घंटे टाइम देकर 3 से 4 सै रुपए रोजना कमाई भी कर लेता हूं। मैंने दो कंपनियों से आईडी लिया हुआ है। सौरभ सिंह, पटना कॉलेज

Posted By: Inextlive