यह भी जानें

-149 लोगों को बैंक एंप्लॉयज बनकर लगाया चूना

-40 लोगों को फेक वेबसाइट बनाकर ठगा

-गूगल पर फेक वेबसाइट बनाकर लोगों को फंसा रहे ठग

-साइबर सेल की हीलाहवाली से अभी तक एक भी ठग नहीं पकड़ा गया

केस-1: बुलेट दिखाकर हड़पे 1 लाख

इज्जतनगर स्थित एयरफोर्स कॉलोनी में रहने वाले विक्की ने 30 फरवरी को एक ऑनलाइन वेबसाइट पर पुरानी बुलेट देखी थी। बाइक पसंद आने पर उसने वेबसाइट पर दिए नंबर पर कॉल की। फोन उठाने वाले ने खुद को फौजी बताया और कहा वह कैंट में रहता है। जब विक्की को उससे बाइक खरीदने को कहा तो उसने अकाउंट में बाइक की कीमत 1.11 लाख भेजने को कहा। साथ ही कहा कि वह दो दिन बाद बाइक भेजा देगा। लेकिन जब पीडि़त को दो दिन बाइक नहीं मिली तो उसने फिर से वेबसाइट के नंबर पर कॉल की जिस पर ठग ने खुद को फौजी बताकर रौब गांठा। पीडि़त ने इज्जतनगर थाने में मामला दर्ज कराया।

केस- 2: मोबाइल दिखाकर 22 हजार का फ्रॉड

बारादरी के कटरा चांद खां निवासी राहुल सिंह ने 3 फरवरी को ऑनलाइन मोबाइल खरीदने के लिए एक वेबसाइट पर सर्च किया। उस वेबसाइट पर ठग ने अपना नंबर अपडेट किया था। जब पीडि़त ने मोबाइल खरीदने की इच्छा जाहिर की तो उसने 22 हजार रुपए पेटीएम करने को कहा। पेटीएम करने के एक हफ्ते के बाद जब उसने मोबाइल मांगा तो ठग उसके अकाउंट से रुपए निकालने की धमकी देने लगा। जिस पर पीडि़त ने पुलिस के पास रिपोर्ट दर्ज कराई।

केस- 3: ऑफर का झांसा देकर ठगे 9 हजार

बारादरी के हजियापुर निवासी हसन रजा को 14 सिंतबर को किसी ने कॉल कर एक ऑफर में 25 हजार रुपए जीतने की बात कही। साथ ही कहा कि रुपए लेने के लिए उसको नौ हजार रुपए पेटीएम करने पड़ेंगे। पीडि़त ने लालच में आकर रुपए ट्रांसफर कर दिए। फिर जब पीडि़त ने दो दिन बाद पीडि़त ने ठग को दोबारा कॉल की तब उसका नंबर बंद मिला। पीडि़त ने अज्ञात ठग के खिलाफ बारादरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।

बरेली: यह तीन केस बानगी मात्र हैं। बरेलियंस के ऑनलाइन शॉपिंग का शौक अब उन पर भारी पड़ रहा है। साइबर ठग फर्जी वेबसाइट बनाकर बरेलियंस को आसानी से अपने जाल में फंसा ले रहे हैं। पिछले आठ महीनों में अभी तक साइबर ठगों ने बैंक एप्लॉय बनकर 149 बरेलियंस को ठग लिया तो वहीं शॉपिंग फर्जी वेबसाइट से 40 लोगों को चूना लगाया। साथ ही सामान या रुपए वापस मांगने पर यह अकाउंट से रुपए निकालने और कभी खुद को फौजी या अधिकारी बताकर मामले को दबाने का भी प्रयास करते हैं।

ऐसे बनाते हैं शिकार

ऑनलाइन फ्रॉड के मामले में जब एक एक्सपर्ट से बात की तो उन्होंने बताया कि अगर किसी ने एक बार डोमेन खरीद लिया है तो सेम नाम से दूसरा डोमेन नहीं मिल सकता है। लेकिन यह ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले ठग फेमस वेबसाइट के मिलते-जुलते नामों से डोमेन खरीद लेते हैं। और उस पर टॉल फ्री नंबर को अपडेट कर अपना नंबर डाल देते हैं जिससे लोग पहचान नहीं पाते अैर वे आसानी से लोगों को अपना शिकार बना लेते हैं।

500 रुपए मे मिलता डोमेन

साइबर ठग बरेलियंस को नौकरी का झांसा देकर भी लोगों को शिकार बना रहे हैं। वे फेमस कंपनी से मिलते जुलते नामों के डोमेन पांच रुपए में खरीद लेते हैं। और फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को चूना लगाते हैं। जबकि सरकारी वेबसाइट के लास्ट में जीओवी डॉट इन और एनआईसी लिखा रहता है। लेकिन जानकारी लोग आसानी से फंस जाते हैं।

आठ महीने में इतने लोगों से हुआ फ्रॉड

थाना बैंकिग शॉपिंग

कैंट 11 4

प्रेमनगर 18 6

सुभाषनगर 13 9

बारादरी 14 2

कोतवाली 17 7

इज्जतनगर 32 3

सीबीगंज 25 5

किला 10 1

बिथरीचैनपुर 9 3

टोटल 149 40

वर्जन

ऑनलाइन खरीदारी सोच समझकर करें । ठग लोगों को ऑफर, डिस्काउंट, जॉब का झांसा देकर उनसे फ्रॉड करते है। साइबर सेल की मदद पुलिस ठगों पकड़ने के लिए कार्रवाई करेगी।

अभिनंदन सिंह, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive