जी का जंजाल बना ऑनलाइन सिस्टम
RANCHI: कभी सॉफ्टवेयर में खराबी, तो कभी सर्वर स्लो होने के कारण रांची में ऑनलाइन सिस्टम जी का जंजाल बन गया है। रांची नगर निगम कार्यालय से लेकर डीटीओ ऑफिस, रजिस्ट्री ऑफिस समेत तमाम विभागों में काम-काज लगभग ठप पड़ गया है। आवेदक जन्म प्रमाण पत्र से लेकर, रेसिडेंशियल, म्यूटेशन, ड्राइविंग लाइसेंस इत्यादि बनवाने को लेकर त्राहिमाम कर रहे हैं। घर और ऑफिस के लगातार चक्कर लगाने के बाद भी इनकी परेशानी दूर होने का नाम नहीं ले रही है। वहीं, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए फॉर्म भरने वाले कैंडिडेट्स भी आवासीय प्रमाण पत्र बनवाने को लेकर परेशान हैं।
ऑनलाइन डीएल बनना बंदरांची में ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का काम पूरी तरह बंद हो चुका है। पहले जब मैन्युअली डीएल बनता था, तो हर दिन क्00 से क्भ्0 तक आवेदन आते थे। लेकिन, जब से ऑनलाइन सिस्टम शुरू हुआ है, तब से हर दिन मात्र क्0-क्भ् आवेदन ही आ रहे हैं। वहीं, सर्वर स्लो होने व सॉफ्टवेयर में खराबी को लेकर इनके ड्राइविंग लाइसेंस भी समय से नहीं बन पा रहे हैं। डीटीओ ऑफिस के कर्मचारी का भी कहना है कि जब से ऑनलाइन सिस्टम शुरू हुआ है, तब से परेशानी और बढ़ गई है। एक तो कर्मचारियों को प्रॉपर ट्रेनिंग नहीं दी गई, वहीं अब सॉफ्टवेयर को लेकर भी परेशानी बढ़ गई है। जानकारी के अभाव में कर्मचारी भी प्रॉपर तरीके से काम नहीं कर पा रहे हैं।
बर्थ सर्टिफिकेट के लिए दौड़ रांची में जन्म-मृत्यु, जाति, आय व आवासीय प्रमाण पत्र बनाने का मामला भी नहीं सुलझ रहा है। सीआरएस और झारसेवा सॉफ्टवेयर लागू होने से प्रमाण पत्र बनाने का काम शुक्रवार को तीसरे दिन भी ठप रहा। शहर के किसी भी प्रज्ञा केंद्र से एक भी प्रमाण पत्र जारी नहीं हुआ है। जैप आईटी की ओर से प्रज्ञा केंद्र संचालकों को सीआरएस सॉफ्टवेयर का यूजर आईडी नहीं देने से परेशानी हुई। वहीं, झारसेवा सॉफ्टवेयर में कई प्रखंड की पंचायतों के नाम या तो गायब हैं, या फिर गलत हैं। ऐसे में आवेदन की एंट्री करने के बाद पेमेंट गेटवे काम नहीं कर रहा है। इस वजह से अंचल कार्यालय में फ ार्म नहीं जा रहा है। हजारों आवेदन लंबित हो पड़े हैं। लोग पहुंच रहे हैं, लेकिन उनका काम नहीं हो पा रहा है। जमीन रजिस्ट्री भी ठप, आधार से लिंक हो रहा सॉफ्टवेयररांची में हाल के दिनों में जमीन की रजिस्टरी भी नहीं के बराबर हो रही है। रांची सदर में हर दिन जहां 70 से 80 रजिस्ट्री होती थी, वहीं हाल के दिनों में हर दिन आठ से दस रजिस्ट्री ही हो पा रही है। वह भी पिछले दो दिनों से बंद है। विभाग के अधिकरियों के अनुसार, सरकार जमीन या फ्लैट की रजिस्ट्री में आधार नंबर अनिवार्य करने जा रही है। इसलिए आधार नंबर को सॉफ्टवेयर से लिंक किया जा रहा है। पहले जिस सॉफ्टवेयर से काम होता था, उसमें भी आधार लिंक किया जा रहा है, इसलिए सही तरीके से जमीन की रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है।
क्या कहते हैं आवेदक आवासीय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आए हैं। क्0 दिन पहले ही आवेदन जमा किया है। लेकिन अभी तक सर्टिफिकेट ही नहीं मिला है। मनोज कुमार ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन कहां देना है, यह बताने वाला कोई नहीं है। वहीं, ऑनलाइन आवेदन कैसे करें, इसके बारे में भी कोई जानकारी नहीं है। राकेश कुमार आवासीय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए दौड़ लगा रहा हूं। हर बार बताया जा रहा है कि सॉफ्टवेयर ही काम नहीं कर रहा है। अशोक कुमार अफसरों ने भी मानी, हो रही प्रॉब्लमपिछले दो दिनों से सॉफ्टवेयर में खराबी के कारण रजिस्ट्री नहीं हो पा रही थी। वहीं, सर्वर स्लो होने के कारण भी रजिस्ट्री में दिक्कत आ रही है।
-राहुल कुमार चौबे, सब रजिस्ट्रार, रांची ऑनलाइन में सॉफ्टवेयर के कारण थोड़ी परेशानी हो रही है। कभी सर्वर स्लो चलता है तो कभी डाउन हो जाता है। इसलिए ड्राइविंग लाइसेंस कम बन रहे हैं। हालांकि इसे जल्द ठीक कर लिया जाएगा। नागेंद्र पासवान, डीटीओ, रांची अभी क्क् जनवरी से ही झारसेवा का नया सॉफ्टवेयर शुरू हुआ है। शुरुआत में प्रमाण पत्रों को बनाने में दिक्कत आ रही है। -संगीता लाल, डायरेक्टर, डीआरडीए, रांची