केंद्र सरकार सरकार द्वारा शराब की दुकानों के खोलने का निर्देश दिए जाने के बाद अब शिवसेना सांसद विरोध जता या है। उनका कहना है कि अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए परमीशन और लोगों की संख्या निर्धारित की गई है लेकिन शराब की दुकानाें पर 1000 लोग भी खड़े हो सकते हैं।

मुंबई (महाराष्ट्र) (एएनआई)। कोराेना वायरस संकट और लाॅकडाउन के बीच सरकार द्वारा शराब की बिक्री पर प्रतिबंध में ढील दिए जाने के कुछ दिनों बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक स्टेटमेंट दिया है। उन्होंने कहा है कि अंतिम संस्कार में केवल 20 लोगों को शामिल होने की अनुमति है, लेकिन शराब की दुकान के पास 1000लोग इकट्ठा हो सकते हैं। इस संबंध में संजय राउत ने ट्वीट किया, केवल 20 लोगों को अंतिम संस्कार के लिए इकट्ठा होने दिया जा रहा - क्योंकि आत्मा पहले ही शरीर छोड़ चुकी है। 1000 को शराब की दुकान के पास इकट्ठा होने की अनुमति है, क्योंकि दुकानों में आत्माएं हैं।

शादी के कार्यों में 50 से अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने की अनुमति नहीं

5 मई को गृह मंत्रालय (MHA) के संयुक्त सचिव, पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा था सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए, शादी के कार्यों में 50 से अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने की अनुमति नहीं है। वहीं मृतक के अंतिम संस्कार में 20 से अधिक व्यक्तियों को नहीं शामिल होने दिया जा सकता है। ऐसे में विरोधी पार्टियां इस पर विरोध जता रही है क्योंकि हाल ही में सरकार के निर्देश के बाद शराब की दुकानें खुल गई हैं। इस दाैरान दुकानों पर हजारों की संख्या में लोग एकत्र हो रहे हैं। कोराेना वायरस संकट और लाॅकडाउन के बीच सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही हैं। लोग दुकानों पर लंबी लाइन लगा रहे हैं।

Posted By: Shweta Mishra