-गोरखपुर यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए भरा जा रहा फॉर्म, 26 अप्रैल है लास्ट डेट

-यूपी बोर्ड की सख्ती से डरे छात्र, रिजल्ट के बाद ही भरना चाहते हैं फॉर्म

-पहली बार यूनिवर्सिटी के साथ सभी कॉलेजेज के लिए भरे जा रहे हैं एक ही फॉर्म

-पिछले साल पांच हजार सीट के लिए आए थे करीब 50 हजार आवेदन

GORAKHPUR: बोर्ड एग्जाम का टेरर तो पिछले दिनों देखने को मिला ही था। सीसीटीवी की निगरानी और पुलिस प्रशासन की सख्ती की वजह से हजारों कैंडिडेट्स एग्जाम देने ही नहीं पहुंचे। वहीं, बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट का साइड इफेक्ट अब यूनिवर्सिटी में देखने को मिल रहा है। यूपी बोर्ड ने रिजल्ट डिक्लेयर करने की डेट 29 अप्रैल तय कर दी है, जिसकी वजह से स्टूडेंट्स भी डर के मारे ग्रेजुएशन में कदम रखने का मूड नहीं बना पा रहे हैं। हालत यह है कि यूजी क्लासेज में एडमिशन के लिए भी वह बोर्ड रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं, जिससे कि वह फ्यूचर की राह चुन सकें।

महज 22 हजार ने जमा की है फीस

गोरखपुर यूनिवर्सिटी और एफिलिएटेड कॉलेजेज में एडमिशन के लिए फॉर्म भरने का सिलसिला 3 अप्रैल से शुरू हुआ है। यूनिवर्सिटी ने फॉर्म भरने की लास्ट डेट 26 अप्रैल तय कर रखी है। लास्ट डेट ओवर होने में महज कुछ दिन और बचे हैं, जबकि अब तक सिर्फ 22 हजार स्टूडेंट्स ही सही मायने में फॉर्म भरे जा सके हैं। जबकि, कुल रजिस्ट्रेशन करीब 28 हजार है।

यूनिवर्सिटी के लिए आते थे 40 हजार फॉर्म

गोरखपुर यूनिवर्सिटी में एडमिशन की बात करें तो इससे पहले सभी कॉलेजेज में अपने लेवल पर फॉर्म भरे जाते थे और एडमिशन भी कॉलेज अपने रूल के अकॉर्डिग लेता था। पहले यूनिवर्सिटी के फॉर्म भरे जाने के दौरान महज पांच हजार सीटों के लिए 40 हजार फॉर्म भरे जाते थे, बड़ी तादाद में स्टूडेंट्स फीस जमा कर रजिस्ट्रेशन भी कंफर्म करा लेते थे। मगर इस सेशन से यूनिवर्सिटी ने पहली बार सभी कॉलेजेज के लिए ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम कराने का फैसला किया है, जिसकी वजह से यूनिवर्सिटी और एफिलिएटेड कॉलेजेज के फॉर्म एक साथ ही भरे जा रहे हैं और काउंसिलिंग भी यूनिवर्सिटी ही कराएंगी। इस वजह से इस साल कुल सीट करीब पौने दो लाख है।

बॉक्स

डेट बढ़ना लगभग तय

डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए फॉर्म भरने का सिलसिला काफी सुस्त है। इसकी वजह से जिम्मेदार भी काफी टेंशन में हैं। जिस तरह से फॉर्म भरने की रफ्तार है, उससे तो यह तय है कि यूनिवर्सिटी को एक बार फिर डेट बढ़ानी पड़ेगी। जबकि, एंट्रेंस डेट एज इट इज रहेंगी। ऐसा इसलिए क्योंकि कॉलेज लेवल पर एंट्रेंस कंडक्ट किया जाना है, इसलिए सभी कॉलेजेज से बातचीत कर एंट्रेंस डेट तय की गई है। अगर इसमें थोड़ा गड़बड़ी होती है, तो एंट्रेंस डेट और फिर एडमिशन में देर होगी। इसलिए फॉर्म की डेट मई के फ‌र्स्ट वीक तक बढ़ने की उम्मीद है।

यूपी बोर्ड के सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स

गोरखपुर यूनिवर्सिटी के सोर्सेज की मानें तो सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के जो भी स्टूडेंट्स होते हैं, वह ज्यादातर इंजीनियरिंग या मेडिकल फील्ड चुनते हैं, इसके लिए वह जनरल ग्रेजुएट कोर्सेज से थोड़ा दूरी बनाए रहते हैं। जबकि सबसे ज्यादा तादाद में यूपी बोर्ड से आने वाले स्टूडेंट्स ही यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेते हैं। मगर इस बार काफी सख्ती की वजह से रिजल्ट काफी डाउन होने की उम्मीद है, जिससे स्टूडेंट्स भी फॉर्म भरने के लिए रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। रिजल्ट आने के बाद फॉर्म तेजी से भरे जाने की उम्मीद है, जिसकी वजह से यूनिवर्सिटी डेट एक्सटेंड करने पर विचार कर सकती है।

वर्जन

यूनिवर्सिटी में यूपी बोर्ड के स्टूडेंट्स सबसे ज्यादा एडमिशन लेते हैं, इसलिए यह संभव है कि वह रिजल्ट का इंतजार कर रहे हों। फॉर्म भरने की डेट छात्र हित को ध्यान में रखते हुए, डेट एक्सटेंड की जा सकती है।

-प्रो। हर्ष सिन्हा, पीआरओ, डीडीयूजीयू

Posted By: Inextlive