Patna : एक ओर जहां ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड में पुलिस ने छह लोगों पर चार्जशीट फाइल कर दिया है. लेकिन इससे अलग उनकी शव यात्रा के दिन पटना में उपद्रव मचाने वाले सारे विलेन की गिरफ्तारी तक नहीं हो सकी है.


पूरे शहर में मचाया था उत्पात
पुलिस अबतक सिर्फ नौ लोगों को अरेस्ट कर सकी है। अभी भी पटना के विलेन सड़कों पर खुलेआम घूम रहे हैं। ब्रह्मेश्वर मुखिया की हत्या तो अपराधियों ने भोजपुर के नवादा थाना क्षेत्र में की मगर इसके विरोध की आग पटना तक पहुंची। मुखिया की शवयात्रा के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने जमकर उत्पात मचाया। पटना की सड़कों पर गाडिय़ां जलाई गयीं। मारपीट की गयी। आलम यह रहा कि पूरा पटना उस दिन डरा-सहमा रहा। इस वारदात के बाद डीजीपी ने एक स्पेशल टीम बनाई जिसकी जिम्मेदारी रूरल एसपी मनोज कुमार को दी गयी। मनोज कुमार ने इस दौरान हुई वीडियो रिकार्डिग से कई उपद्रवियों की तस्वीरें निकलवाई। उनकी गाडिय़ों की पहचान हुई मगर सिर्फ 9 लोगों की ही गिरफ्तारी हो सकी.

आखिर क्यों हुआ तामझाम
डीजीपी अभयानंद की ओर से रिपोर्ट देने और इन उपद्रवियों पर कार्रवाई के लिए एक महीने का टाइम दिया गया था। मगर रूरल एसपी मनोज कुमार की मानें तो उन्होंने इस संबंध में रिपोर्ट 23 दिन के अंदर ही दे दी। पुलिस का दावा है कि अबतक सभी नौ उपद्रवी जेल में हैं उन्हें बेल नहीं मिला है। चार्जशीट भी कर दी गयी है।

एक भी गाड़ी जब्त नहीं
पुलिस की तेईस दिन की मेहनत के बाद भी एक भी गाड़ी जब्त नहीं की गई है, जबकि दो दर्जन से अधिक गाडिय़ों की लिस्ट बनाई गई थी। लगता है कि मामले को ठंडा करने के लिए ही सिर्फ जांच टीम बनाई गयी थी। स्पेशल टीम की रिपोर्ट के बाद अब थानास्तर पर कार्रवाई होगी। आगजनी और तोडफ़ोड़ के दौरान करोड़ों की सम्पति का नुकसान हुआ लेकिन इन चीजों को भुला दिया गया। पुलिस वालों के साथ मारपीट की गई, उनकी गाडिय़ां जलाई गईं, लेकिन आज भी दर्जनों उपद्रवी बाहर घूम रहे हैं। रूरल एसपी का कहना है कि तस्वीरों में कुछ और चेहरे हैं जो क्लीयर नहीं रहने के कारण पहचान नहीं हो सकी। लेकिन जिनते अरेस्ट हुए हैं उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत जरूर हैं। मुझे सुपरविजन का दायित्व मिला था। इसके लिए समय भी तय किया गया था। इसके भीतर ही रिपोर्ट सौंप दी गई.

Flashback
- 5 जून को स्पेशल टीम बनाकर जांच का काम सौंपा गया.
-27 जून को हेडक्वार्टर भेजी गई रिपोर्ट.
-20 उपद्रवियों को किया गया टारगेट.
-15 लोगों को प्रायोरिटी पर रखा गया.
-9 लोग हो सके गिरफ्तार।
-एक भी व्हीकल जब्त नहीं कर पाई पुलिस.

 

Posted By: Inextlive