- पांच सालों में रजिस्टर्ड कैंडिडेट्स में से सिर्फ 16.12 पर्सेट को मिल सकी है जॉब

- संविदा कर्मियों की होगी इंप्लायमेंट आफिस से भर्ती लेकिन बरेलियंस को नहीं जॉब की गारंटी

इंफो ग्राफिक्स : आंकड़ों में बेरोजगारी

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वर्ष प्रतिभागी चयनित रजिस्टर्ड

2015-16- 3105 657 52654

2016-17- 2348 509 53273

2017-18- 6821 2657 49083

2018-19 29179 4749 41494

2019-20- 283 129 53953

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बरेली : बरेली में अगर आप सरकार की ओर से बीस पर्सेट जॉब की भी उम्मीद कर रहे हों तो आपको निराशा मिलेगी. पिछले पांच सालों की बात करें तो 16.12 पर्सेट बरेलियंस को ही जॉब मिली है. यह तब है जब सरकार रोजगार मेले लगाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को जॉब दिलवाने का दावा कर रही है. सिर्फ रोजगार मेले के भरोसे रहने का हाल सरकारी आंकड़े बखूबी बता रहे हैं. इंप्लायमेंट में रजिस्टर्ड ज्यादातर कैंडिडेट जॉबलेस हैं. उनका कहना है कि डिस्ट्रिक्ट में बेरोजगारी कम करने के लिए चलाई जा रही योजनाएं नाकाफी साबित हो रही हैं. चाहे वह स्वरोजगार हो या फिर रोजगार के लिए चलाई जा रहीं अन्य योजनाएं.

इंप्लायमेंट ऑफिस को भी टारगेट

डिस्ट्रिक्ट में बेरोजगारी कम होने की जगह लगातार हर साल बढ़ती जा रही है. बेरोजगारों को जॉब देने के लिए रोजगार आफिस को हर साल रोजगार मेले लगाने का टारगेट मिलता है, जिसके तहत इंप्लायमेंट आफिस हर सार्ल कंपनियों को बुलाकर रोजगार मेले लगाता है. ताकि रजिस्टर्ड कैंडिडेट्स को रोजगार मिल सके. कैंडिडेट्स के रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर मैसेज दिया जाता है ताकि वह रोजगार मेले में पार्टिसिपेट कर सकें.

उद्योग को बढ़ावा नहीं

डिस्ट्रिक्ट में बढ़ती बेरोजगारी का एक बड़ा कारण क्षेत्र में कई बड़े कारखानों का बंद होना है. पिछले दस वर्षो में ही बरेली के कारखानों पर गौर करें तो आधा दर्जन से अधिक कारखानें बंद हो चुके हैं. जिससे बड़ी संख्या में बेरोजगारी बढ़ी है. डिस्ट्रिक्ट में बंद हो रहे कारखानों को शुरू कराने के लिए लोगों ने कई बार माननीयों से भी कहा. लेकिन सभी के प्रयास विफल रहे.

सरकारी सिस्टम के आगे शासनादेश फेल

इम्प्लॉयमेंट आफिस के प्रति देखा जाए तो हमारे सरकारी विभागों के जिम्मेदार भी उदासीन बने हुए हैं. हाल ही में एक शासनादेश आया था कि अब संविदा कर्मियों की भर्ती रोजगार आफिस के जरिए की जाएंगी. लेकिन इस शासनादेश पर सरकारी विभागों के जिम्मेदार ही उदासीनता दिखा रहे हैं. वह अपने स्तर पर ही संविदा कर्मियों की रिक्तियों को फिल करने में लगे हुए हैं. जबकि इसके लिए इम्प्लॉयमेंट आफिस के साथ सभी विभागों में भी शासनादेश जारी हो चुका है.

इम्प्लॉमेंट आफिस में रजिस्टर्ड अभ्यर्थियों को ज्यादा से ज्यादा जॉब मिल सके इसके लिए लगातार रोजगार मेले लगाए जा रहे हैं. मेलों में अच्छी कंपनियां आएं, इसके लिए निजी स्तर पर भी प्रयास किए जाते हैं. रोजगार मेले में अधिक कैंडिडेट लाभ ले सकें इसके लिए प्रचार और प्रसार भी किया जाता है.

आरके उपाध्याय, डिप्टी डायरेक्टर रीजनल इंप्लॉयमेंट ऑफिस बरेली

इंप्लॉयमेंट ऑफिस में रजिस्ट्रेशन तो कराया लेकिन एज 42 साल हो गई है. अब स्वरोजगार करना चाहता हूं, लेकिन यहां भी दिक्कत आ रही है. स्वरोजगार के लिए फाइनेंस ही नहीं हो पाया.

अरविंद, रजिस्टर्ड कैंडिडेट

इंप्लॉयमेंट ऑफिस में रजिस्ट्रेशन इसीलिए कराया है कि किसी अच्छी कंपनी में जॉब मिलेगी तो ठीक, वर्ना अभी पढ़ाई कर रहा हूं. रजिस्ट्रेशन करा दिया है.

अनूप, रजिस्टर्ड कैंडिडेट

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मेरी एज तो 45 वर्ष के करीब हो गई है. इंप्लॉयमेंट ऑफिस में रजिस्ट्रेशन इसीलिए कराया है कि कम से कम योजना आई तो बेरोजगारी भत्ता तो मिल ही जाएगा. क्योंकि पिछली बार मिला था.

सुधीर, रजिस्टर्ड कैंडिडेट

Posted By: Radhika Lala