- मार्केट में रंग हटाने का कैप्सूल और ट्यूब मौजूद

- इस बार खास तरह की पिचकारी भी आई बाजार में

मार्केट में रंग हटाने का कैप्सूल और ट्यूब मौजूद

- इस बार खास तरह की पिचकारी भी आई बाजार में

MeerutMeerut। क्या आपने सुना है कि रंग से बचने की भी दवाई आती है। नहीं तो अब जरा गौर से इस खबर को पड़ लिजिए। इस बार मार्केट में होली के मौके पर स्पेशल तरह के कैप्सूल और ट्यूब बाजार में आए हुए हैं। जिनके प्रयोग से आप गाढ़े रंग और उनसे होने वाली एलर्जी से बच सकते हैं। यह कैप्सूल और ट्यूब देखने में तो बिल्कुल दवा जैसा लगता है। लेकिन वास्तव में यह रंग हटाने के लिए है।

रगड़ने की जरूरत नहीं

मार्केट में इस बार खास तरह के रंग बिरंगें कैप्सूल आए हुए हैं। जिनकों कलर खेलने से पहले लगाने से कोई दूसरा गाढ़ा कलर स्कीन पर नहीं चढ़ने वाला। कैप्सूल में खासियत यह बताई जा रही है। इसे लगाने से रंग से होने वाली एलर्जी से भी बचा जा सकता है। वहीं इसके साथ मार्केट में कलर से बचने के लिए एक ट्यूब में मलहम भी आ रही है। जैसे कलर लगाया हो। लेकिन इसमें खासियत यह है कि यह साबुन लगाकर उतारने से एकदम से साफ हो जाती है।

आई हैं स्पेशल पिचकारी

जहां इस बार खास तरह के कलर से बचने वाले कैप्सूल व ट्यूब बाजार में विभिन्न तरह की स्पेशल पिचकारी आई हुई हैं। इनमें एक है बुलबुला पिचकारी। यह पिचकारी स्पेशल बच्चों के लिए आई हैं। इसमें आप पानी में कलर भरकर डाले और उसे फूंक मारकर रंग बिरंगे बुलबुले निकलते हैं। वहीं अम्ब्रेला पिचकारी भी इस बार काफी पसंद की जा रही है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

कलर उतारने के लिए जो कैप्सूल और ट्यूब हैं, उनमें इस तरह ऑयल ज्यादा होते हैं, जिनसे अन्य रंग चढ़ नहीं पाते हैं। इनसे एलर्जी कम होने के चांस रहते हैं।

-डॉ। अजय किशोर, स्किन स्पेशलिस्ट

इनमें अणु की डेनसिटी ज्यादा होती है। वह चीजें कलर अक्सर मिक्स नहीं हो पाती हैं। जैसे पानी में सरसों को तेल मिलाया जाता है। तो सरसों के तेल में अणु की डेंस्टी ज्यादा होती है। इसलिए तेल पानी में मिक्स नहीं हो पाता है।

-दीपक शर्मा, समन्वयक, विज्ञान क्लब

Posted By: Inextlive