आनंद अस्पताल में पसरा सन्नाटा, ओपीडी में नहीं बैठे डॉक्टर

दिनभर चलती रहीं मीटिंग, सिर्फ एडमिट पेसेंट का हुआ इलाज

Meerut। मेरठ के प्रसिद्ध आनंद हॉस्पिटल में बुधवार ओपीडी नहीं चली। सैकड़ों मरीज ओपीडी बंद होने से भटकते रहे, वहीं दिनभर डॉक्टरों की बैठक हॉस्पिटल में चलती रही। हॉस्पिटल के एमडी और संचालक डॉ। सुभाष यादव ने बताया कि सभी डॉक्टर कम से कम 30 प्रतिशत भुगतान पर अड़े हैं। भुगतान के बाद ही ओपीडी का संचालन हो सकेगा। उन्होंने बताया कि हॉस्पिटल मैनेजमेंट से बातचीत चल रही है।

18 करोड़ के भुगतान की मांग

गत एक वर्ष से विवादों में घिरे गढ़ रोड स्थित आनंद हॉस्पिटल में बुधवार को ओडीपी बंद रही। करीब 30 डॉक्टरों के केबिन में ताला लटका रहा तो सुबह से ओपीडी के लिए एक भी परचा नहीं बनाया गया। शेयरधारकों के साथ लेनदेन के विवाद के बाद ऐसा पहला मौका है, जब हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने ओपीडी के संचालन से इनकार कर दिया हो। डॉक्टरों को समझाने में मैनेजमेंट नाकाम रहा, वहीं बुधवार को दिनभर अस्पताल में ओपीडी का संचालन नहीं किया गया। सभी केबिनों के बाहर सन्नाटा पसरा रहा। वहीं अटेंडेंट डॉक्टर के केबिन में बैठने का 'वेट' करते नजर आए। एक जानकारी के मुताबिक आनंद हॉस्पिटल की ओपीडी रोजाना 1500 से 2000 पेसेंट के बीच है। अस्पताल में शहर के विभिन्न बीमारियों के 30 से अधिक विशेषज्ञ, सर्जन, फिजीशियन यहां ओपीडी करते हैं।

कम से कम 30 प्रतिशत

बुधवार को एक ओर जहां ओपीडी में सन्नाटा पसरा रहा, वहीं दूसरी ओर हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों का इलाज चलता रहा। हॉस्पिटल में विभिन्न सेवाएं संचालित होती रहीं। मेडिकल स्टोर, विभिन्न जांच केंद्र भी सामान्य दिनों की तरह संचालित होते रहे। वहीं अस्पताल में इमरजेंसी मरीजों के इलाज के लिए एक बी टीम बनाई गई। जो इमरजेंसी में तैनात रही। बुधवार ऑपरेशन थियेटर में हॉस्पिटल के एमडी ने सभी डॉक्टरों के साथ बैठक की। दिनभर चली मैराथन बैठक के बाद भी डॉक्टर ओपीडी के लिए राजी नहीं हुए। वहीं डॉक्टरों ने कहा कि उनके कुल देय का यदि 30 फीसदी भुगतान कर दिया जाएगा, तो वे ओपीडी का संचालन शुरू कर देंगे।

30 प्रतिशत से कम भुगतान पर डॉक्टर राजी नहीं है। मैनेजमेंट तक डॉक्टर्स की शर्तो को पहुंचा दिया गया है। फिलहाल ओपीडी बंद रहेगी।

डॉ। सुभाष यादव, एमडी एवं संचालक, आनंद हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive