उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराधों की रोकथाम न होने पर सत्तारूढ़ दल के जवाब से असंतुष्ट सपा और बसपा के सदस्यों ने विधानसभा से वॉक आउट कर दिया. बसपा के सदस्य सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा दो राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली जीत पर पेश किए गये बधाई प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया देने का मौका न मिलने से भी नाराज जताई. बता दें कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच कांग्रेस सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करने लगे. विपक्ष के हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने दोपहर करीब तीन बजे विधानसभा की कार्यवाही को मंगलवार तक स्थगित कर दिया.


योगी ठीक कर देते कानून-व्यवस्था


बसपा नेता लालजी वर्मा ने लखनऊ में पूर्व विधायक प्रेम प्रकाश तिवारी के पुत्र की हत्या का मामला उठाने के साथ यूपी में बीते कुछ दिनों में हुए अपराधों का आंकड़ा पेश किया और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर चर्चा के लिए दो घंटे का वक्त देने की मांग की. नेता कांग्रेस अजय कुमार लल्लू ने भी इसका समर्थन करते हुए कहा कि सीएम कहते हैं कि अपराधी प्रदेश छोड़ रहे हैं जबकि अपराधी प्रदेश में आकर ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. वहीं नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए पूरा दिन दिए जाने की मांग की. उन्होंने भी बढ़ते अपराध के आंकड़ें को पेश करते हुए कहा कि बीते आठ महीनों में प्रदेश में अपराधों की कई गुना बढ़ोतरी हुई है. हमारी सरकार में साढ़े चार मुख्यमंत्री होने का आरोप भाजपा लगाती थी जबकि वर्तमान सरकार में साढे नौ मुख्यमंत्री हैं. यदि इतने मुख्यमंत्री न होते तो शायद योगी आदित्यनाथ कानून-व्यवस्था को सुधार देते. योगी को बदनाम करना चाहते हैं

उन्होंने योगी पर तंज कसते हुए कहा कि बाकी लोग मिलकर योगी आदित्यनाथ को बदनाम करना चाहते हैं. ये लोग रामराज्य स्थापित करने की बात कहकर सत्ता में आए थे. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि अपराधियों को यमलोक भेजने की हुंकार करने से रामराज्य नहीं आएगा, उन्हें यहीं पर दुरुस्त करने से आएगा. फिर बोले कि योगी जी तो संत हैं और संत किसी का कुछ बिगाड़ता नहीं, बनाता ही है.हम यूपीकोका लेकर आ रहे

इस पर सीएम योगी ने जवाब देते हुए कहा कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार है. पूर्व विधायक के पुत्र की हत्या दर्दनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार ने इसका संज्ञान लिया है. सामने आया है कि यह हत्या प्रॉपर्टी विवाद में हुई. ऐसे मामलों में पुलिस पहले से कुछ नहीं कर सकती. यदि पुलिस को जानकारी होती और उसने कार्रवाई न की होती तो वह दोषी हो सकती थी. सीएम ने दावा किया कि प्रदेश में अपराध अब न्यूनतम स्तर पर हैं, जनादेश इसका परिणाम है. एनसीआरबी की रिपोर्ट में पिछली सरकार का कार्यकाल अपराधों के मामले में सबसे दुर्भाग्यपूर्ण रहा है. हमें विरासत में जंगलराज मिला. पूर्ववर्ती सरकार में अपराधियों को संरक्षण दिया जाता था. दंगाईयों को कहां बुलाकर सम्मानित किया जाता था, सब जानते हैं. अब हम परसों सदन में यूपीकोका विधेयक लेकर आ रहे हैं. इसके बाद प्रदेश से माफिया समाप्त हो जाएंगे. हम उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे, शर्त केवल यह है कि उनकी पैरवी मत कीजिएगा.  बधाई प्रस्ताव पर हंगामा
वहीं गुजरात में भाजपा की जीत पर विधानसभा में बधाई प्रस्ताव पेश करते हुए योगी ने विपक्ष की ओर इशारा कर कहा कि आप भी नकारात्मकता की राजनीति छोड़ दें तो प्रदेश और शायद आपका भी कुछ लाभ हो जाए. बता दें कि बधाई प्रस्ताव पेश करने की कोई पूर्व सूचना न मिलने पर नेता बसपा लालजी वर्मा ने आपत्ति जाहिर की. इसके बाद मुख्यमंत्री ने दोबारा प्रस्ताव पेश किया लेकिन विपक्ष की बात नहीं सुने जाने पर बसपा ने सदन से वॉक आउट कर दिया. इससे पहले वहीं मौजूद नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि मैं जीत की सबसे ज्यादा बधाई मुख्यमंत्री को देता हूं क्योंकि वे बाकियों से ज्यादा असत्य बोलने गुजरात गये थे. इस जीत से पता चलता है कि वास्तव में घोर कलयुग चल रहा है. सत्य पर असत्य की विजय हो रही है. इसे कलयुग ही माना जाएगा कि गोरखधाम जैसी बड़ी पीठ का संत आज नेता सदन बन गया. बोले, आगामी लोकसभा चुनाव में असत्य पर सत्य की विजय होने वाली है. इसपर संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने पलटवार करते हुए कहा कि ये जीते तो सतयुग, हम जीते तो कलयुग. कोई पुत्र अपने पिता को नकार दे तो सतयुग. ईवीएम से ये सरकार बना लें तो सतयुग और हम बनाएं तो कलयुग.

Posted By: Mukul Kumar