भारतीय जनहित कल्याण समिति की ओर से महोत्सव का आयोजन

नामचीन रचनाकारों की कविताओं पर झूमते रहे श्रोता

ALLAHABAD: संगम नगरी में मकर संक्राति के अवसर पर आनंद भवन के पास मकर संक्राति महोत्सव का आयोजन किया गया। गंगा जमुनी तहजीब को बढ़ावा देने के लिए भारतीय जनहित कल्याण समिति की ओर से हुए आयोजन में नामचीन रचनाकारों ने अपनी कविताओं की प्रस्तुति से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। आयोजक और वरिष्ठ समाज सेवी रजिया सुल्तान ने बताया कि महोत्सव के दौरान सभी धर्म, जाति व सम्प्रदाय के लोगों के लिए चाय, शुद्ध पेयजल व खिचड़ी की व्यवस्था की गई थी।

लहू का एक एक कतरा

नायाब बलवायी ने 'न टूट सकेगा हिन्दुस्तान, लहू का एक एक कतरा इस पर कर देंगे कुर्बान', सुनाया तो शिव राम उपाध्याय ने मधुशाला की रचनाएं सुनाई। रजिया सुल्तान की गजल 'मेरे ख्वाबों में रातों को ही क्यों आती है, रात रह जाती है बाकी वह चले जाते हैं' सुनाकर लोगों को झुमाया। शुरुआत चीफ गेस्ट जस्टिस सुधीर नारायण ने किया। कार्यक्रम में 40 लोगों को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य के लिए संस्था की सचिव रजिया सुल्तान ने अंग वस्त्रम् व स्मृति चिन्ह देकर सर्व धर्म सद्भाव प्रयाग गौरव सम्मान से सम्मानित किया। अध्यक्षता रिटायर्ड सूचनाधिकारी जेएन यादव एवं संचालन हसन नकवी ने किया। जस्टिस सभाजीत यादव, पूर्व कमिश्नर बादल चटर्जी, पूर्व कमिश्नर आरएस वर्मा, विधायक हर्ष वर्धन बाजपेई, पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive