बिजली विभाग के ईपीएफ घोटाले ने पकड़ा तूल
-आक्रोशित संविदा कर्मचारियों ने काटा हंगामा
-चार बिजली घरों के कर्मचारियों ने हंगामा कर मांगा अपना हक -कर्मचारी नेताओं ने पांच को बुलाई बैठक, दस से कार्य बहिष्कार Meerut: बिजली विभाग में संविदा कर्मियों के ईपीएफ घोटाले का शिकार हुए आक्रोशित कर्मचारियों ने शुक्रवार को हंगामा कर दिया। बिजली घरों पर काम कर रहे कर्मचारियों ने एकजुट होकर बिजली विभाग व कांट्रेक्टर के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और दस जनवरी से पूरी तरह कार्य बहिष्कार की घोषणा कर दी। संविदा कर्मचारी हुए एकजुट विभाग व दबंग कांट्रेक्टर्स के शोषण का शिकार हो रहे संविदा कर्मचारी शुक्रवार शाम चार बजे गंगानगर के अम्हैड़ा बिजली घर पर इकट्ठा हुए। कर्मचारियों ने अपने कांट्रेक्टर से ईपीएफ की मांग की तो कोई वाजिब जवाब नहीं मिला, जिस पर कर्मचारियों ने काम काज छोड़कर हंगामा शुरू कर दिया। पहुंचे कर्मचारी नेताबिजलीघर पर कर्मचारियों द्वारा हंगामें की सूचना पर पहुंचे कर्मचारी नेता दीपचंद चौहान व दिलमणी थपलियाल ने उनको समझा-बुझाकर शांत कराया। पीडि़त कर्मचारियों ने नेताओं से कहा कि कांट्रेक्टर द्वारा किए जा रहे शोषण की अब इंतहा हो चुकी है और वो अब आगे काम करने की स्थिति में नहीं हैं।
पांच दिसंबर को बुलाई बैठकसंविदा कर्मियों की मांग पर कर्मचारी नेताओं ने घंटाघर स्थित बिजली घर पर क्ख् बिजली घरों के संविदा कर्मचारियों की बैठक बुलाई है। कर्मचारी नेताओं के मुताबिक बैठक में कर्मचारियों से बात कर अपनी मांग उठाने के लिए आगे की कार्ययोजना तय की जाएगी।
दस से होगा कार्य बहिष्कार संविदा कर्मियों ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस स्थिति में काम नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा यदि दस दिसंबर तक कर्मचारियों को उनका ईपीएफ भुगतान नहीं किया जाता तो शहर के सभी बिजली घरों के संविदा कर्मचारी पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार कर देंगे और विक्टोरिया पार्क स्थित ऊर्जा भवन के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर अमित खारी, कमल खारी, प्रेमचंद, रामकिशोर, संदीप, जितेन्द्र, अमित, बृजमोहन आदि संविदा कर्मचारी मौजूद रहे। पिछले कई सालों से संविदा कर्मचारियों का ईपीएफ भुगतान नहीं किया जा रहा है। यदि दस दिसंबर तक सभी कर्मचारियों की सुनवाई नहीं की जाती तो पूरे शहर के बिजलीघरों पर कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर हड़ताल करेंगे। दीपचंद चौहान, नेता, विद्युत मजदूर पंचायत कांट्रेक्टर्स को कर्मचारियों के भुगतान के लिए बोला गया है। यदि नियमानुसार कार्य नहीं किया जा रहा है तो दोषी कांट्रेक्टर्स को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। पीके निगम, एसई अर्बन, बिजली विभाग