शहर में एक तिहाई आबादी को नहीं मिल रहा पानी

340 एमएलडी की जगह महज 236 एमएलडी की हो रही आपूर्ति

ALLAHABAD: नगर निगम और जलकल विभाग के अधिकारी शहर में जरूरत के मुताबिक पेयजल आपूर्ति का दावा करते हैं। यही नहीं रिकार्ड में दर्ज आबादी और पर डे शहर में हो रही पेयजल आपूर्ति को सबूत के तौर पर पेश करते हैं। वहीं दूसरी तरफ शहर की वर्तमान आबादी और आंकड़ों पर गौर करें तो ये आंकड़े मुंह चिढ़ाने लगते हैं। क्योंकि यदि इसके अंतर को सामने रख दिया जाए तो पता चलता है कि शहर की एक तिहाई आबादी को अब भी पर डे पानी नहीं मिल रहा है।

30 प्रतिशत होता है वेस्ट

वर्तमान आबादी के अनुसार इलाहाबाद शहर को पर डे करीब 340 मीलियन लीटर पानी की जरूरत है। जबकि नगर निगम का जलकल विभाग 236 एमएलडी पानी की ही आपूर्ति कर रहा है। क्योंकि विभाग के अधिकारी ये भी स्वीकार कर रहे हैं कि 336 एमएलडी पानी की आपूर्ति में क्षतिग्रस्त पाइप लाइन, लीकेज व अन्य कारणों की वजह से 30 प्रतिशत यानी करीब 100 एमएलडी पानी पर डे वेस्ट हो रहा है।

20 लाख के पार है आबादी

नगर निगम के जलकल विभाग में शहर की आबादी का रिकार्ड 14 लाख दर्ज है। जबकि वर्तमान में शहर की आबादी 20 लाख के पार है। जलकल विभाग के अधिकारी दबी जुबान इसे स्वीकार भी करते हैं। 2001 में आबादी दस लाख थी। 2011 की जनगणना के अनुसार 14 लाख के करीब पहुंची। वर्तमान में 14 लाख के मानक पर ही व्यवस्था की जा रही है। आबादी के अनुसार सरकार द्वारा प्रति व्यक्ति जल उपयोग का मानक बढ़ा दिया गया है। पहले प्रति व्यक्ति पर डे जल उपयोग का मानक 135 लीटर पर डे था। अब उसे 170 लीटर पर डे किया गया है।

फैक्ट फाइल

- 14 लाख की आबादी पर 210 एमएलडी पेयजल पर डे आपूर्ति का है मानक

- 210 एमएलडी जरूरत के सापेक्ष जलकल विभाग द्वारा 336 एमएलडी की हो रही आपूर्ति

- पर डे आपूर्ति होने वाले पानी का 30 प्रतिशत यानी 100 एमएलडी हो रहा वेस्ट

- 80 एमएलडी पानी की पर डे यमुना से की जा रही है आपूर्ति

- 256 एमएलडी पानी पर डे ट्यूबवेल से की जा रही है आपूर्ति

पेयजल आपूर्ति के संसाधन

- 257 बड़े ट्यूबवेल

- 306 मिनी ट्यूबवेल

- 2664 हैंडपंप

- 48 टैंकर

- 47 ओवर हेड टैंक

रिकार्ड में दर्ज आबादी के अनुसार शहर की जनता को जितना पानी पर डे चाहिए, उससे ज्यादा की आपूर्ति की जा रही है। पानी की कोई कमी नहीं है। 30 प्रतिशत वेस्टेज को कम करने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही शहर की पेयजल आपूर्ति व्यवस्था और बेहतर होगी।

आरके सक्सेना

जीएम, जलकल विभाग

Posted By: Inextlive