- गाड़ी से आने की छूट मिलने के बाद ओपीडी में जिली अस्पताल की ओपीडी में बढ़ी मरीजों की तादाद

- ब्लड प्रेशर, डायबिटीज समेत अन्य बीमारियों के मरीजों की उमड़ रही भीड़

गाड़ी से आने की छूट मिलने के बाद ओपीडी में जिली अस्पताल की ओपीडी में बढ़ी मरीजों की तादाद

- ब्लड प्रेशर, डायबिटीज समेत अन्य बीमारियों के मरीजों की उमड़ रही भीड़

GORAKHPUR: GORAKHPUR: लॉकडाउन फ् में आने-जाने की छूट दी गई तो दो पहिया व और चार पहिया सवार लोग इलाज के लिए भी जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। वहीं दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी मजदूर व हॉट स्पॉट से आने वाले लोगों का भी जिला अस्पताल में आना-जाना शुरू हो गया है। ऐसे में यहां ओपीडी में तैनात डॉक्टर्स भी डर और दहशत के बीच पूरा प्रिकाशन ले रहे हैं। वहीं प्राइवेट क्लीनिक में ओपीडी बंद होना भी जिला अस्पताल में बढ़ी भीड़ की एक वजह बताई जा रही है। सोमवार को कुल 7फ्फ् मरीजों का इलाज किया गया।

हॉट स्पॉट से आए, किए गए क्वारंटीन

बता दें, जिला अस्पताल में ओपीडी शुरू हो गई है। वहीं लोकल में पेट दर्द, ब्लड प्रेशर, शुगर, डॉग बाइट, घुटने में दर्द, मानसिक रोगी समेत अन्य बीमारियों के मरीज आने शुरू हो गए हैं। लेकिन इसी बीच दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी मजूदरों व हॉट स्पॉट एरिया से आने वाले मरीजों के आने से जिला अस्पताल में काम कर रहे डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ डरे हुए हैं। सोमवार को जिला अस्पताल में दो सिपाहियों के साथ आगरा हॉट-स्पॉट से आए दो संदिग्ध पहुंचे तो हड़कंप मच गया। उनकी ट्रेवल हिस्टी पूछी गई तो उन्होंने जैसे ही हॉट स्पॉट एरिया का नाम लिया तो डॉक्टर्स समेत मेडिकल स्टाफ सकते में आ गए। सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करते हुए पूरी सावधानी के साथ उन्हें देखा गया। हालांकि एहतियात के तौर पर टीम ने उन्हें क्00 बेड के टीबी अस्पताल में क्वारंटीन करा दिया है। साथ ही दोनों के नमूने लेकर जांच के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज भेज दिया है। कोरोना प्रभारी डॉ। राजेश कुमार ने बताया कि दोनों के सैंपल ले लिए गए हैं। दो से तीन दिन में रिपोर्ट आ जाएगी।

न्यू ओपीडी में बढ़ रहे पेशेंट

वहीं रेलवे स्टेशन पर ट्रेन, बस और पैदल आने वाले मजदूरों का रेला भी सिटी के यूनिवर्सिटी चौराहे से लगाए पांडेय पेट्रोल पंप तक नजर आ रहा है। इनमें जिनका घर गोरखपुर में है वह जिला अस्पताल पहुंचने लगे हैं। पिछले एक हफ्ते से जिला अस्पताल में डेली भ्00 से अधिक मरीज आ रहे हैं। इनमें ऐसे मरीज भी शामिल हैं, जो मानसिक रोगी, ब्लड प्रेशर, घुटने में दर्द, पेट में दर्द की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। कोरोना प्रभारी डॉ। राजेश कुमार ने बताया कि जो भी मरीज आ रहे हैं उन्हें बहुत ही सावधानी से देखा जा रहा है। पूरा प्रिकॉशन लिया जाता है। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ ग्लव्स, मास्क व सेनेटाइजर का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि न्यू ओपीडी में मरीज पहले के मुकाबले बढ़ते ही जा रहे हैं।

महिला अस्पताल में भी चल रहा इलाज

जिला महिला अस्पताल के हॉस्पिटल मैनेजर डॉ। कमलेश ने बताया कि पहले के मुकाबले महिला अस्पताल में मरीज बढ़ हैं। रविवार को जहां भ्भ् ओपीडी हुई थी। वहीं सोमवार को ख्ख्0 महिलाओं का इलाज किया गया। जबकि रविवार को सात नॉर्मल डिलीवरी हुई थी वहीं सोमवार को छह नॉर्मल डिलीवरी हुई। जबकि चार बच्चे ऑपरेशन से जन्म लिए। एसआईसी आनंद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि महिलाओं के इलाज में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। इसके लिए सभी शिफ्ट के डॉक्टर्स, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ को निर्देशित किया जा चुका है।

फैक्ट फिगर

सोमवार को आए पेशेंट

ओपीडी में देखे गए मरीज - 7फ्फ्

इमरजेंसी में देखे गए मरीज - 8म्

भर्ती किए गए मरीज - क्म्

फ्लू कॉर्नर के मरीज - 7म्

एक्स-रे - क्फ्9

9 मई को आए पेशेंट

ओपीडी में देखे गए मरीज - भ्09

इमरजेंसी में देखे गए मरीज - म्क्

भर्ती किए गए मरीज - क्7

फ्लू कॉर्नर में देखे गए मरीज - ब्0

एक्स-रे - ब्0

वर्जन

मरीजों की संख्या पहले के मुकाबले बढ़ी है। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मरीजों का इलाज किया जा रहा है। वाहनों का आना-जाना शुरू हो गया है, ऐसे में मरीज भी बढ़े हैं।

एसके श्रीवास्तव, एसआईसी

Posted By: Inextlive