vijay.sharma@inext.co.in JAMSHEDPUR: स्टील सिटी में यात्री बसों में यात्रियों से ज्यादा माल लादकर यात्रियों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। प्राइवेट बस चालक बसों में सरिया, लोहे की राड लोड कर ले जा रहे हैं। इससे हादसे की आशंका बढ़ गई है। शहर में ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही और प्रशासन के ढीले रवैये से बस चालकों के हौसले बुलंद हैं। टाटानगर रेलवे स्टेशन से चाईबासा जाने वाली प्राइवेट बसों के ड्राइवर मानक के विपरीत मॉल लाद कर चल रहे हैं। शनिवार को आई नेक्स्ट की रियलिटी चेक में ये बातें सामने आईं। ट्रैफिक विभाग बना अनजान टाटानगर रेलवे स्टेशन से बसों की छत पर लोड किए जा रहे सरिया और लोहे के रॉड से ट्रैफिक विभाग अनजान बना हुआ है। पुलिस कर्मचारियों की सह से ही बसों में ओवरलोडिंग की जा रही है। सब जानते हुए भी विभाग अनजान बना हुआ है। बसों की छत बस को ढकने के लिए बनाई जाती है। इसमें सरिया और लोहे की रॉड आदि का बोझ सहने की क्षमता नहीं होती है। छत पर अधिक भार डालने से छत गिर सकती है। इससे बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता है। कर रहे एक्स्ट्रा इनकम बस पर अधिक भार लादने पर पूछने पर चाईबासा निवासी रामलाल ने बताया कि छोटे से कार्टन का भी भ्0 रुपए वसूल रहे हैं। विरोध करने पर बसवाले बस से उतार देते हैं। उन्होंने बताया कि मजबूरी में चलना पड़ता है। बस में भाड़े से ही अच्छी कमाई कर लेते है। क्या कहता है नियम नियम के मुताबिक कोई भी भारी वस्तु जैसे सरिया, लोहे की राड, सीमेंट आदि का बस के ऊपर लादकर ले जाना अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसी चीजों को निजी वाहन में ले जाने का नियम है। बस की छत पर अधिक लोड पड़ने पर छत गिर सकती है और बड़ा हादसा हो सकता है। सवारी बसों में सरिया या लोहे की रॉड लादकर ले जाने की जानकारी नहीं है। अगर ऐसा हो रहा है तो टाटानगर रेलवे स्टेशन बस स्टॉप की जांच कराकर प्राइवेट बस संचालकों और ड्राइवर-कंडक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -विवेकानंद ठाकुर, ट्रैफिक डीएसपी, जमशेदपुर

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