डिप्टी मेयर पहुंचे पैरवी में

RANCHI (2 July) : : जब ड्रग इंस्पेक्टर ने छापेमारी कर उक्त इंजेक्शन को जब्त कर लिया, तो रांची नगर निगम के डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय समेत कई लोग सदर थाना पहुंचे। थाना प्रभारी कुमार सरयू आनंद से मामले की जानकारी ली। फिर, उन लोगों ने ड्रग इंस्पेक्टर से बात की। ड्रग इंस्पेक्टरों ने कहा कि यह मामला गैरकानूनी है। इंजेक्शन बेचने पर गंभीर आरोप में मामले दर्ज होते हैं। वहीं, डिप्टी मेयर का कहना था कि ये सारे लोग बेकसूर हैं। उन्हें एक आदमी ही इसकी सप्लाई कर रहा है। ड्रग इंस्पेक्टर को उक्त सप्लायर की तलाश है, जो दुकानदारों को इंजेक्शन बेचने के लिए दे रहा है। दुकानदारों ने उसके नाम और मोबाइल नंबर भी दे दिए हैं। ड्रग कंट्रोलर सप्लायर की तलाश में हैं।

ऑक्सिटोसिन पर है बैन

प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स एक्ट और फूड एंड ड्रग एडल्टरेशन एक्ट के तहत ऑक्सिटोसिन के यूज को बैन किया गया है। पर,सिटी में मौजूद कई डेयरीज में कैटल्स को ये इंजेक्शन बेरोक-टोक दिया जाता है। इसका असर जानवरों और उस दूध का इस्तेमाल करने वाले लोगों की सेहत पर भी पड़ रहा है।

धड़ल्ले से इस्तेमाल

खटाल वाले इस बात को बिना झिझक एक्सेप्ट भी करते हैं। बरियातू में मौजूद एक डेयरी के मालिक ने बताया कि वैसी भैंसों को जिनसे दूध निकलने में परेशानी होती है उन्हें हर बार ये इंजेक्शन दिया जाता है। इस शख्स को इस इंजेक्शन के जायज इस्तेमाल की जानकारी भी थी। उसने बताया कि ये इंजेक्शन डिलीवरी के दौरान महिलाओं को दिया जाता है। इस दलील के साथ अपने काम को सही ठहराने की कोशिश करते हुए कहा कि ऐसा करने का मकसद सिर्फ दूध निकलने में होने वाली परेशानी को दूर करना है।

हो सकती है कई बीमारियां

ऑक्सीटोसिन का इंजेक्शन देकर निकाले गए दूध का यूज ह्यूमन बॉडी के लिए खतरनाक है। डॉक्टर्स का कहना है कि जानवरों के शरीर में गया ऑक्सिटोसिन दूध में मिलकर ह्यूमन बॉडी में भी जाता है। उन्होंने बताया कि शरीर में जाने पर इस हार्मोन के काफी हार्मफुल इफेक्ट होते हैं। पेडिएट्रिक्स डॉ केके चौधरी ने बताया कि अगर शरीर में ज्यादा मात्रा में ऑक्सिटोसिन हो तो हार्मोनल डिस्बैलेंस हो सकता है।

Posted By: Inextlive