प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को दिल्ली में लालकिले से भाषण के दौरान विदेश नीति को लेकर रही कसर दुबई के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में पूरी कर दी। सोमवार को मरहबा नमो कार्यक्रम में लगभग 50 हजार भारतीयों को संबोधित करते हुए मोदी ने इशारों इशारों में पाकिस्तान को सुधर जाने का संदेश दे दिया।

बिना नाम लिए पाक को दी चेतावनी
पाक का नाम लिए बिना मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ यूएई और भारत ने एकता के स्वर में संदेश दे दिया है। समझने वाले समझ जाएंगे। अक्लमंद के लिए इशारा काफी है। आतंकवाद में लिप्त लोगों को सजा होनी चाहिए। मोदी ने कहा कि 'अच्छा तालिबान और बुरा तालिबान', 'अच्छा आतंकवाद और बुरा आतंकवाद' यह सब नहीं चलेगा। आतंकवाद में विश्वास रखने वाले लोगों और मानवता में विश्वास रखने वाले लोगों के बीच निर्णायक जंग की घड़ी आ गई है।
यूएई के गद्दीनशीन प्रिंस की तारीफ
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संप्रदाय के नाम पर आतंकवाद के खेल खेले जाते हैं। निर्दोषों को मार दिया जाता है। ऐसे माहौल में अबूधाबी के प्रिंस मोहम्मद बिन जायेद अल नह्यान का भारतीयों को मंदिर बनाने के लिए जगह देना, बहुत बड़ा निर्णय है। इस बात के लिए उन्होंने प्रिंस को काफी सराहा।

देर रात लौट आए भारत
न्यूयॉर्क के मेडिसन स्क्वायर की तर्ज पर मोदी ने अपने करीब एक घंटे के भाषण में आतंकवाद, भारत-यूएई रिश्ते, प्रवासी भारतीयों के गौरवशाली कार्यों और दोनों देशों के बीच विश्वास को अभूतपूर्व सेतु बताया। उन्होंने यूएई के प्रिंस के भारत में 4.5 लाख करोड़ के निवेश के वादे को परस्पर विश्वास और भारत की बढ़ती साख का उदाहरण बताया। मोदी ने 17 अगस्त को केरल के नव वर्ष का विशेष उल्लेख किया और मलयाली में शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि दुबई लघु भारत ही नहीं लघु विश्व बन गया है। इस दौरान स्टेडियम मोदी-मोदी के नारों से गूंजता रहा। इस कार्यक्रम के साथ दो दिवसीय यूएई दौरा पूरा कर देर रात मोदी स्वदेश रवाना हो गए।

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Posted By: Molly Seth