अक्षय कुमार तो फिल्मी, असली पैडमैन तो ये हैं जिन्होंने आदमी होकर इस्तेमाल किया था सेनेटरी पैड
असल जिदंगी से प्रेरित है अक्षय का रोलअक्षय कुमार पिछले कुछ समय से सोशल इश्यू से जुड़ी फिल्में कर रहे हैं। टॉयलेट एक प्रेम कथा के बाद अक्षय 'पैड मैन' लेकर आ रहे हैं। जैसा कि नाम से ज्ञात है, यह फिल्म सेनेटरी पैड से जुड़ी है। अक्षय का किरदार कोई फिल्मी नहीं बल्िक असल जिंदगी से प्रेरित है। फिल्म में वह उस शख्स की भूमिका निभाएंगे जिसने असली में गांव की महिलाओं को सेनेटरी यूज करना सिखाया।
मुरुगनंथम के पिता जोकि एक हैंडलूम कारीगर थे, उन्हें पता था कि कॉटन के पैड किस तरह बनाए जाते हैं और इसमें किस तरह की मशीनें लगती हैं। पिता से सारी जानकारी इकठ्ठा कर मुरुगनंथम ने अपने मिशन का आगाज कर दिया था। सबसे पहले उन्होंने अपने आसपास के गांव की महिलाओं से एक सर्वे किया। उन्हें पता चला कि 10 में से सिर्फ 1 महिला पैड यूज कर रहीं जबकि अन्य महिलाएं वही पुराने तौर-तरीकों में उलझी थीं। मुरुगनंथम ने कॉटन वाले पैड बनाने की मशीनें मंगवाईं और काम शुरु हो गया। सबसे पहला पैड उन्होंने अपनी पत्नी को दिया।
करीब 4 साल तक रिसर्च के बाद मुरुगनंथम ने सेनेटरी पैड बनाने वाली सस्ती मशीनों को ढूंढ निकाला। आज उनकी जयश्री इंडस्ट्रीज नाम की कंपनी है। जिसमें 21,000 महिला कर्मचारी काम करती हैं। देश में करीब 2000 से ज्यादा कंपनी की यूनिटें हैं। मुरुगनंथम के इस नेक काम के लिए उन्हें साल 2016 में पद्म श्री अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था।