- मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में 'पहल' की कार्यशाला

ALLAHABAD: मधुमेह व टीबी जैसी बीमारियों पर काबू पाने के लिए सतर्कता के साथ ही जागरूकता भी जरूरी है। मधुमेह रोगियों को टीबी का खतरा ज्यादा रहता है। समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया जाता तो फिर जिंदगी दांव पर लग जाती है। यह विचार मेडिकल कॉलेज के टीबी और चेस्ट विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ। तारिक महमूद ने व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि समय समय पर लोगों को जांच कराते रहना चाहिए। खासकर टीबी के मरीजों को मधुमेह की जांच अवश्य करानी चाहिए। अगर टीबी के मरीजों को मधुमेह हो जाता है तो फिर उनपर टीबी की दवाइयों का असर कम होने लगता है।

इसके पहले कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रिंसिपल डॉ। एसपी सिंह ने पैरामेडिकल छात्र-छात्राओं को बीमारियों से संबंधित जानकारी दी। साथ ही कहा कि सही खानपान और दिनचर्या से हम बीमारियों से बचे रह सकते हैं। जागरण पहल के मैनेजर राजेश रंजन ने कहा कि थोड़ी सी सतर्कता से बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है। धन्यवाद ज्ञापन पहल के जिला समन्वयक अंकित शुक्ल ने किया। शनिवार को करमा नर्सिग व कमला नेहरू नर्सिग स्कूल में कार्यशाला आयोजित की जाएगी।

शिविर में कराई लोगों ने जांच

जागरण पहल के तत्वावधान में शुक्रवार को गंगापार के झूंसी में लगाए गए जांच शिविर में क्फ्क् लोगों ने अपनी जांच कराई। इसमें से कई लोगों में मधुमेह या टीबी के लक्षण पाए गए। डॉक्टरों ने लोगों को बीमारियों के लक्षण बताने के साथ ही उनसे बचाव के उपाय भी बताए।

Posted By: Inextlive