पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे पर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने के बावजूद भारत से जीवन रक्षक दवाओं के आयात की अनुमति दे दी है। पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी है।


इस्लामाबाद (पीटीआई)। पाकिस्तान सरकार ने कश्मीर मुद्दे पर दोनों देशों के बीच बढे तनाव के बावजूद भारत से जीवन रक्षक दवाओं के आयात की अनुमति दे दी है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान ने पिछले महीने बौखलाहट में भारत से अपने राजनयिक संबंध और व्यापार संबंधों को औपचारिक रूप से निलंबित करने का ऐलान कर दिया था। तब से भारत और पाकिस्तान के बीच कोई भी सामान का आयात और निर्यात नहीं हो रहा था। 36 मिलियन डॉलर के एंटी-रेबीज और एंटी-वेनम टीके किये आयात


जियो टीवी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्रालय ने भारत से दवाओं के आयात और निर्यात की अनुमति दे दी है।  बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद से ही दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध तनावपूर्ण हैं क्योंकि भारत ने पाकिस्तान से आयात होने वाले सभी सामानों पर 200 प्रतिशत सीमा शुल्क लगा दिया है। पाकिस्तान ने पिछले 16 महीनों में भारत से 36 मिलियन डॉलर से अधिक के एंटी-रेबीज और एंटी-वेनम टीके आयात किए हैं।पाकिस्तान खुलेआम दे रहा आतंकवाद को बढ़ावा, उससे बातचीत की कोई गुंजाइश नहीं : विदेश मंत्री जयशंकरपाकिस्तान को करना चाहिए सच स्वीकार

गौरतलब है कि 5 अगस्त को गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का संकल्प व जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन व जम्मू-कश्मीर आरक्षण संशोधन विधेयक पेश किया था। राज्यसभा में अनुच्छेद 370 संबंधी प्रस्ताव स्वीकार और जम्मू-कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक पास हो गया था। इसके बाद दूसरे दिन यह लोकसभा में पेश हुआ और शाम को यहां से भी हरी झंडी मिली गई। प्रस्ताव पास होने के बाद अब जम्मू-कश्मीर विधानसभा वाला केंद्र शासित प्रदेश बन गया। वहीं लद्दाख को बिना विधानसभा के केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया। भारत सरकार के इसी फैसले के बाद भारत-पाक के बीच तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तान विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस मुद्दे को उठाने की कोशिश कर रहा है लेकिन भारत हर जगह यही कह रहा है कि यह एक आंतरिक मामला है और पाकिस्तान को इस सच्चाई को स्वीकार कर लेना चाहिए।

Posted By: Mukul Kumar