पाकिस्तानी सेना का एक और ना-पाक करतूत सामने आई है। एक बलोच नेता ने बताया कि बलूचिस्तान में पाक सेना महिलाओं का अपहरण कर रही है। इसके साथ उन्होंने पाकिस्तान पर युद्ध अपराध का आरोप लगाया है।


बलूचिस्तान (एएनआई)। पाकिस्तानी सेना क्वेटा से बलूच महिलाओं का अपहरण कर रही है। स्वतंत्रता-समर्थक बलूच नेता अल्लाह नजर बलूच ने इस घटना की निंदा करते हुए इस्लामाबाद पर युद्ध अपराध का आरोप लगाया है। अल्लाह नजर ने कहा, 'पाकिस्तान दिन के उजाले में और दुनिया की नजर में युद्ध अपराध कर रहा है। हम अपने दुश्मन से स्वतंत्रता सेनानियों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं को बख्शने के लिए नहीं कहेंगे लेकिन हमने हमेशा कहा है कि दुनिया को पाकिस्तान को युद्ध के कानूनों का सम्मान करने के लिए बाध्य करना चाहिए। हमने बार-बार दुनिया से अपील की है कि पाकिस्तान को युद्ध के कानूनों का पालन करने के लिए मजबूर किया जाए लेकिन इसके बदले में, पाकिस्तान की& सेना हमपर अत्याचार कर रही है, हमारी महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों का अपहरण कर सेना उनकी हत्या कर दे रही है। खटखटाया संयुक्त राष्ट्र का दरवाजा


अल्लाह ने आगे कहा, 'क्वेटा से महिलाओं, छोटे बच्चों और बुजुर्ग बलूच का अपहरण व लापता होना सामूहिक दंड नीति की निरंतरता का स्पष्ट संकेत है और यह दिखाता है कि बंदूकों के माध्यम से युद्ध के अंतर्राष्ट्रीय कानूनों की पूरी अवहेलना हो रही है।' बलूचिस्तान के लोगों की जान बचाने के लिए कार्रवाई नहीं करने के लिए बलूच नेता ने संयुक्त राष्ट्र का दरवाजा खटखटाया है।

जान बचाना संयुक्त राष्ट्र की जिम्मेदारीअल्लाह नजर ने कहा, 'जब हम किसी कानून की बात करते हैं, तो यह केवल कानून के निर्माण तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि इसे लागू करने के लिए निर्माताओं की जिम्मेदारी है। इसी तरह, जब हम युद्ध कानूनों या संयुक्त राष्ट्र सम्मेलनों की बात करते हैं, तो उन कानूनों को लागू करने के लिए हस्ताक्षरकर्ताओं को बांधना संयुक्त राष्ट्र की जिम्मेदारी है। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से, संयुक्त राष्ट्र सहित पाकिस्तान के संबंध में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय अपने कर्तव्यों से स्पष्ट रूप से बेखबर है, जो बलूच लोगों को उनके जीवन और आजीविका व सम्मान के लिए भारी पड़ रहा है। बलूचिस्तान के लोगों को जबरन गायब करने को लेकर सड़कों पर उतरीं बलोच महिलाएं, सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शनझूठ बोलता है पाकिस्तान

उन्होंने कहा कि सामूहिक दंड की नीति के तहत, विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं को न केवल उनके घरों से दूर ले जाया जाता है, बल्कि उन्हें लंबे समय तक गुप्त जेलों में यातनाएं भी झेलनी पड़ती हैं। अल्लाह ने कहा, 'महिलाओं और बच्चों का अपहरण सामूहिक सजा की नीति है। इसके तहत पाकिस्तान बलूच राष्ट्र को नष्ट करके बलूच राष्ट्रीय आंदोलन को हमेशा के लिए कुचलने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान के हाथों हजारों बलूच लापता हो गए हैं और हजारों लोग पहले ही शहीद हो चुके हैं। महिलाओं और बच्चों और निहत्थे लोगों को किसी भी स्थिति में दुनिया के हर कानून के तहत संरक्षित किया जाता है। लेकिन पाकिस्तान एक अस्वाभाविक राज्य है जो झूठ पर आधारित है। यही कारण है कि बलूच को सामूहिक बल के साथ पाकिस्तान की बर्बरता के खिलाफ लड़ना पड़ा।'

Posted By: Mukul Kumar