पाकिस्तान में कोरोना वायरस से संरकामितों की संख्या बढ़कर अब 3864 हो गई है। इसी बीच IMF ने पाक के लिए 6 बिलियन डॉलर के कर्ज की दूसरी समीक्षा को टाल दिया है।

इस्लामाबाद (पीटीआई)पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 3,864 हो गई है, जबकि मरने वालों की संख्या 54 तक पहुंच गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर सुबह के अपडेट में बताया कि पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के चार मरीजों की मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि कोरोना के कारण मरने वाले रोगियों की कुल संख्या 54 तक पहुंच गई है। वहीं, 429 लोग ठीक हो गए हैं, जबकि 28 की हालत गंभीर है। अधिकारियों के अनुसार, पंजाब में 1,918 मामले, सिंध में 932, खैबर-पख्तूनख्वा में 500, गिलगित-बाल्टिस्तान में 211, बलूचिस्तान में 202, इस्लामाबाद में 83 और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में 18 मामले दर्ज किए गए हैं। बता दें कि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए किए गए प्रयासों के बावजूद नए मामलों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है।

14 अप्रैल तक पाक में लॉकडाउन

पाक सरकार ने आंशिक तालाबंदी को 14 अप्रैल तक बढ़ा दिया है और लोगों को घरों में रहने और सोशल डिस्टैन्सिंग का पालन करने के लिए कहा है। इस बीच, पाकिस्तान में चिकित्सा कर्मचारियों ने अस्पतालों में सुरक्षा उपकरणों की भारी कमी के बारे में शिकायत की है क्योंकि वे कोरोना वायरस से पीड़ित रोगियों का इलाज कर रहे हैं। पुलिस ने सोमवार को बलूचिस्तान में डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों को सुरक्षात्मक गियर की कमी को लेकर किए जा रहे विरोध के चलते गिरफ्तार किया। यंग डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ यासिर खान के अनुसार, 150 से अधिक डॉक्टरों और पैरामेडिक्स को गिरफ्तार किया गया है। डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ मुख्यमंत्री के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन करना चाहते थे जब पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज किया। यह विरोश इसलिए किया गया गया क्योंकि कोरोना के मरीजों का इलाज करने के बाद कई डॉक्टरों ने अपने अंदर भी कोरोना के लक्षण पाए।

कर्ज के लिए समीक्षा स्थगित कर दी

वहीं, आईएमएफ ने शुक्रवार को होने वाली पाकिस्तान के लिए 6 बिलियन डॉलर के कर्ज की दूसरी समीक्षा स्थगित कर दी है। आईएमएफ ने बेलआउट पैकेज की दूसरी समीक्षा को स्थगित करने के साथ यह भी कहा कि इसकी प्राथमिकता अब 1.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की रैपिड फाइनेंसियल फैसिलिटी के अप्रूवल की ओर स्थानांतरित हो गई है। प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान ने एक बेलआउट पैकेज के लिए अगस्त 2018 में आईएमएफ से संपर्क किया था। चीन, सऊदी अरब और यूएई से ऋण के बावजूद, बढ़ती आर्थिक समस्याओं के कारण प्रधान मंत्री खान की सरकार को आईएमएफ की ओर रुख करना पड़ा।

पाक ने कहा, नहीं मिली कोई सूचना

वित्त मंत्रालय ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को बताया कि आईएमएफ ने 10 महीने पुराने ऋण कार्यक्रम की दूसरी समीक्षा को मंजूरी देने में किसी देरी के बारे में सूचित नहीं किया है। आईएमएफ के रेजिडेंट प्रतिनिधि टेरेसा डाबन सांचेज ने कहा, 'प्राथमिकता अब रैपिड फाइनेंसिंग इंस्ट्रूमेंट (आरएफआई) के साथ आगे बढ़ना है। आईएमएफ टीम और पाकिस्तानी अधिकारी शीघ्र स्वीकृति और संवितरण के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।' आईएमएफ ने फिलहाल दूसरी समीक्षा की मंजूरी के लिए नई तारीख नहीं दी है। लेकिन इस महीने पाक को कोरोना संबंधित राहत के लिए अतिरिक्त 1.4 बिलियन डॉलर की मंजूरी मिल सकती है।

Posted By: Mukul Kumar