पाकिस्‍तान में पूरे देश के सरकारी कर्मचारी अपने वेतन से जुड़े भत्‍तों में दो गुना से ज्‍यादा बढ़ोतरी की मांग को लेकर संसद भवन पर बड़ा प्रदर्शन करने जा रहे हैं।

इस्लामाबाद (एएनआई)। पाक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्‍तान में सभी सरकारी कर्मचारियों ने 14 सितंबर को संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने की घोषणा की है, जिसमें कर्मचारियों ने मकान का किराया, चिकित्सा और वाहन भत्तों के लिए 150 प्रतिशत वृद्धि की मांग की है। जानकारी के अनुसार, ऑल गवर्नमेंट एमप्लाई ग्रैड एलाइंस (AGPGA) ने कहा है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक यह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।

सरकार ने 15 प्रतिशत वेतन बढ़ाने को दी मंजूरी
मरियम औरंगजेब ने घोषणा की है कि फेडरल कैबिनेट ने सरकारी कर्मचारियों के वेतन में 15 प्रतिशत और पेंशन में 5 प्रतिशत की वृद्धि को मंजूरी दे दी है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "सरकार ने एडहॅाक अलाउंसेस को मूल वेतन में जोड़ने की भी मंजूरी दे दी है। इससे पहले जून में, एजीपीजीए ने ईंधन और बिजली रेट में वृद्धि के कारण उनके वेतन में वृद्धि की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। मूल्य वृद्धि ने कर्मचारियों के लिए कई कठिनाइयां पैदा की हैं, वह अपने वर्तमान वेतन में अपने परिवारों की बुनियादी जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं।

इमरान खान ने की जमकर आलोचना
पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान ने भारी बढ़ोतरी के लिए वर्तमान सरकार की आलोचना की है। उन्‍होंने ट्वीट करके कहा है कि पेट्रोलियम की कीमतों में 40 प्रतिशत या 60 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की है। इससे जनता पर 900 अरब रुपये का बोझ बढ़ेगा और बुनियादी जरूरतों से जुड़ी वस्‍तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी होगी। साथ ही, बिजली की कीमत में 8 रुपये की बढ़ोतरी पूरे देश को सदमे में डाल देगी। हालत यह है कि महंगाई 30 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है, जो पिछले 75 सालों में सबसे ज्यादा है।

Posted By: Chandramohan Mishra