कश्‍मीर को अपने देश का हिस्‍सा बताने वाले पाक को एक बड़ा जोरदार झटका लगा है। उसके अधिपत्‍य वाले कश्‍मीर के लोगों का भारत आने की इच्‍छा पाक के मुंह पर एक करारा जवाब है। पीओके के 99 फीसदी लोग भारत में मोदी सरकार के अधीन जीवन यापन करने के इच्‍छ़ुक हैं। हालांकि पाकिस्‍तान ने अभी इस दिशा में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।


भारत के पक्ष में ही मतदानजानकारी के मुताबिक हाल ही में कश्मीर को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। जिसमें पाक अधिपत्य वाले कश्मीर के लोगों ने अपनी पाक विरोधी भावनाएं व्यक्त की हैं। जिसमें कश्मीर राग आलाप रहे पाकिस्तान को उसके ही कब्जे वाले कश्मीर ने करारा जवाब दिया है। पीओके के निवासियों ने हाल ही में अंजुमन-मिन्हाज-ए-रसूल के अध्यक्ष मौलाना सैयद अर्थर हुसैन देहलवी के सामने व्यक्त अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। जब अंजुमन-मिन्हाज-ए-रसूल के अध्यक्ष मौलाना सैयद अर्थर हुसैन देहलवी इन इलाकों का दौरा कर रहे थे उस समय लोगों से अच्छे से बात की। जिसमें उनके सामने लोगों ने अपनी चौकाने वाली इच्छाएं व्यक्त की। जिसके बाद मौलाना का दावा है कि अगर अब कोई जनमत संग्रह हुआ वहां के लोग भारत के पक्ष में ही मतदान करेंगे। कश्मीरियों को बचाने के लिए
वहां के नागरिक पाकिस्तान के पंजाबी प्रभुत्व वाले शासन के भारत विरोधी रुख से खासे नाराज हैं। लोग हर पल भारत आने की जुगत में हैं।इस दौरान अंजुमन-मिन्हाज-ए-रसूल के अध्यक्ष मौलाना सैयद अर्थर हुसैन देहलवी का कहना था कि वहां के निवासी भारत में मोदी सरकार के काफी प्रभावित हैं। वे यहां पर आकर उनके शासन में रहना चाहते हैं। वहीं सूत्रों की माने तो वहां के निवासी पिछले साल सितंबर में जम्मू-कश्मीर में आई बाढ़ के बाद से ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इस मुश्किल में फंसे कश्मीरियों को बचाने के लिए भारत सरकार ने काफी अच्छे से कार्रवाई की थी। इसके साथ ही इस साल नेपाल और भारत में आए भूकंप के झटकों के बाद भारत सरकार की तुरंत की गई कार्रवाई ने उन्हें और ज्यादा भारत का मुरीद बना दिया।

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Posted By: Shweta Mishra