पाकिस्‍तान ने मलाला युसुफजेई मामले में सजा पाए आतंकियों को गुप्‍त रूप से रिहा किए जाने की खबर पर सफाई देते हुए कहा है कि पाक कोर्ट ने इस मामले में सिर्फ दो लोगों को ही सजा सुनाई थी। उन्‍होंने कहा कि स्‍वात क्षेत्र के वकीलों ने इस मामले में गलत खबरें फैलाई थीं.


पाकिस्तान ने दी सफाईनोबेल प्राइज विनर पाकिस्तानी लड़की मलाला यूसफजेई पर जानलेवा हमला करने वाले सजायाफ्ता आतंकियों को रिहा किए जाने की खबर पर पाकिस्तान ने अपनी सफाई पेश की है। पाक अधिकारियों ने कहा है कि कोर्ट ने इस मामले में सिर्फ दो लोगों को ही सजा सुनाई थी और दोनों ही अब तक जेल की सलाखों के पीछे हैं। उन्होंने कहा कि स्वात क्षेत्र के वकीलों ने दस लोगों को सजा दिए जाने का गलत आकलन किया था। अप्रेल में मिली थी सजा
स्वात क्षेत्र के वकीलों ने बीती अप्रेल को दावा किया था कि पाकिस्तान कोर्ट ने अक्टूबर 2012 में मलाला यूसफजेई पर जानलेवा हमले करने के मामले में 10 आतंकियों को 25 साल की सजा सुनाई गई है। इस खबर ने पूरे विश्व के अखबारों में सकारात्मक सुर्खियां बटोरी थीं क्योंकि पाकिस्तान को एक ऐसे मुल्क के रूप में जाना जाता है जो काफी समय से मुस्लिम उग्रवाद से पीड़ित रहा है। लेकिन हाल ही में एक खुफिया लीक में बात सामने आई थी कि इस मामले में सजा पाए 10 में से 8 लोगों को सजा के तुरंत बाद ही गुप्त रूप से रिहा कर दिया गया था और अब जेल में सिर्फ दो ही लोग बंद हैं। इस खबर ने एक बार फिर पाकिस्तान के लिए मुश्किलें पैदा कर दी हैं। नहीं मिले पर्याप्त सुबूतपाकिस्तान ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा है कि इस मामले में दसों आतंकियों के खिलाफ पर्याप्त सुबूत नहीं मिले इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो सकी। लेकिन अंग्रेजी अखबार द गार्जियन ने एक गुप्त पाक सैन्य अधिकारी के हवाले से लिखा है कि इन सभी आतंकियों के खिलाफ पर्याप्त सुबूत थे और उन पर कार्रवाई की जा सकती थी लेकिन पाकिस्तान अपनी लचर न्यायव्यवस्था के चलते इस मामले में सभी को सजा नहीं दे सका।

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Posted By: Prabha Punj Mishra