कुलभूषण जाधव को कांसुलर एक्सेस देने पर पाकिस्तान फिलहाल खामोश है। एक दिन पहले उसने कहा था कि वह भारतीय अधिकारियों को पूर्व नौसेना अधिकारी से मिलने की अनुमति देगा।


इस्लामाबाद (पीटीआई)। पाकिस्तान ने एक दिन पहले यानी कि शुक्रवार को कहा कि वह भारतीय अधिकारियों को पूर्व भारतीय नौसैनिक कुलभूषण जाधव से मिलने की अनुमति देगा लेकिन अब उसने जाधव को कांसुलर एक्सेस देने पर चुप्पी साध ली है। बता दें कि इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) ने 17 जुलाई को अपने फैसले में जाधव की सजा पर रोक लगा दी थी और पाकिस्तान को कहा कि उसे इस मामले की प्रभावी समीक्षा करनी चाहिए। इसके अलावा कोर्ट ने अपने फैसले में जाधव को बिना किसी देरी के कांसुलर एक्सेस देने का आदेश भी दिया, जिसके लिए पाकिस्तान पूरी तरह से तैयार हो गया। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने वर्ल्ड कोर्ट के फैसले के दो हफ्ते बाद गुरुवार को कहा कि जाधव को शुक्रवार को कांसुलर एक्सेस प्रदान किया जाएगा। जाधव को कांसुलर एक्सेस देने पर पाक ने रखी शर्त
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'हमने भारतीय उच्चायोग को जाधव से शुक्रवार को मुलाकात करने का ऑफर दिया है। हमें अब भारतीय पक्ष के जवाब का इंतजार है।' इसपर भारत ने अपने जवाब में यह साफ शब्दों में कह दिया कि वह बिना किसी शर्त के जाधव से मिलने के लिए तैयार है। हालांकि, जाधव को कांसुलर एक्सेस देने पर पाक शुक्रवार को चुप्पी साधे रहा। ऐसी खबरें हैं कि पाकिस्तान ने जाधव को कांसुलर एक्सेस देने के लिए कुछ शर्तें रखी हैं। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की पहली शर्त यह है कि भारतीय अधिकारियों को पाकिस्तानी अधिकारी की मौजूदगी में ही जाधव से मिलने की अनुमति दिया जायेगा। हालांकि, इसको लेकर भारत की तरफ से अभी तक कोई भी बयान जारी नहीं किया गया है। कुलभूषण मामला : पाक सरकार जाधव को देगी कांसुलर एक्सेस, ICJ के फैसले का असरमौत की सुनाई गई थी सजापूर्व भारतीय नौसैनिक कुलभूषण जाधव को अप्रैल 2017 में पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी, जिसके खिलाफ भारत आईसीजे में पहुंच गया था। पाकिस्तान का कहना था कि मार्च 2016 में बलुचिस्तान प्रांत से जाधव को ईरान से देश में प्रवेश करने के बाद गिरफ्तार किया गया था। आईसीजे को दिए रिपोर्ट में पाकिस्तान ने कहा था कि जाधव एक सामान्य व्यक्ति नहीं है क्योंकि वह बलूचिस्तान के रस्ते जासूसी के इरादे से देश में घुसा था। हालांकि, भारत पाकिस्तान के सभी आरोपों को मानने से इनकार कर देता है।

Posted By: Mukul Kumar