अमेरिका चीन तथा रूस के वरिष्ठ राजनयिक इस्लामाबाद में अफगानिस्तान पर चर्चा करने के लिए आए हैं। इस बैठक का आयोजन पाकिस्तान ने किया है।

इस्लामाबाद (एएनआई)। दिल्ली रीजनल सिक्योरिटी डाइलाॅग के एक दिन बाद पाकिस्तान में यह बैठक हाे रही है। भारत की बैठक में ईरान, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, रूस, तजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान तथा उज्बेगिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) शामिल हुए थे। दोनों देशों में बैठक का मुख्य मुद्दा अफगानिस्तान है।

#TroikaPlus Meeting in #Islamabad today , attended by Special Representatives/Envoys for Afghanistan from 🇨🇳 🇷🇺🇺🇸 🇵🇰, reflects common desire for a peaceful, stable, unified, sovereign & prosperous Afghanistan ; a shared responsibility. pic.twitter.com/vK899dsQSW

— Pakistan Embassy Turkey (@PakinTurkey) November 11, 2021


अफगानिस्तान के विदेश मंत्री भी बैठक में
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मोहम्मद कुरैशी तथा वहां के नेशनल सिक्योरिटी अडवाइजर (एनएसए) मोईद युसूफ 'ट्रोइका प्लस' बैठक की अध्यक्षता करेंगे। डाॅन की रिपोर्ट के मुताबिक, चारों देशों के प्रतिनिधि अफगानिस्तान के कार्यकारी विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी से भी मुलाकात करेंगे। मुत्तकी बुधवार को ही इस्लामाबाद में पहुंच चुके हैं।

FM @SMQureshiPTI addressed opening of #TroikaPlus meeting in #Islamabad today. FM expressed confidence that such engagements will help consolidate peace & stability and promote sustainable economic development in Afghanistan. pic.twitter.com/DHRjuAEJPI

— Spokesperson 🇵🇰 MoFA (@ForeignOfficePk) November 11, 2021


तालिबान को मान्यता देने पर जल्दी नहीं
तालिबान के अगस्त में काबुल पर काबिज होने के बाद अफगानिस्तान के विदेश मंत्री की पाकिस्तान में पहली यात्रा है। एक पाकिस्तानी अधिकारी ने बताया कि ट्रोइका प्लस में विशेष प्रतिनिधि मुत्तकी से मुलाकात करेंगे। इस वार्ता इस समय हो रही है जब तालिबान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी मान्यता चाहता है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय तालिबान सरकार को कोई भी वैधता देने की जल्दी में नहीं है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय उनके वादों को पूरा करने पर नजर बनाए हुए है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh