एक पत्रकार और सोशल एक्टिविस्ट जिन्होंने पाकिस्तान में खुले तौर पर वहां की सेना की आलोचना की उन्हें अपहरण के कुछ ही घंटों बाद मुक्त कर दिया गया। अब वे घर लौट आई हैं।

पाकिस्तान और ब्रिटिश दोनों जगहों की नागरिकता
लाहौर/इस्लामाबाद (रॉयटर्स)।
पाकिस्तान की पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गुल बुखारी, जिन्होंने खुले तौर पर वहां की सेना और सरकार की आलोचना की थी, उन्हें मंगलवार की रात अपहरण कर लिया गया था। लेकिन अपहरण के कुछ ही घंटों बाद उन्हें मुक्त कर दिया गया। अब वे अपने घर वापस लौट आई हैं। बता दें कि गुल बुखारी, जिनके पास पाकिस्तान और ब्रिटिश दोनों देशों की नागरिकता है, उन्होंने सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की सेना और 25 जुलाई को होने वाले आम चुनाव के बारे में अपने लेखों के जरिये खूब आलोचना की थी।
सेना की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया
उनके पति के मुताबिक, गुल का अपहरण मंगलवार की रात में उस समय किया गया जब वह एक टीवी प्रोग्राम में शामिल होने के लिए जा रही थी। रिहाई के बाद उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये कहा, 'मैं समाज, पत्रकारिता और राजनीति में अपने दोस्तों, परिवार, सहयोगियों और समर्थकों को एकजूट होने के लिए दिल से आभार और प्यार व्यक्त करती हूं।' हालांकि गुल को किडनैप करने वाले अज्ञात व्यक्तियों के बारे में अभी तक पता नहीं चला है। पुलिस इस मामले में छानबीन कर रही है। इसके अलावा वहां की सेना की तरफ से भी इस अपहरण को लेकर कोई बयान सामने नहीं आया है।
25 जुलाई को होने हैं आम चुनाव
गौरतलब है कि पाकिस्तान में आम चुनाव 25 जुलाई को होने हैं। इसको लेकर तैयारी जोरो पर है। पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश नसीरुल मुल्क को देश का कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाया गया है। पाकिस्तान की मौजूदा संसद का कार्यकाल 31 मई को पूरा हो चुका है। लेकिन, 67 वर्षीय नसीरुल मुल्क आम चुनाव के नतीजे आने और नई सरकार बनने तक देश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने रहेंगे।

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Posted By: Mukul Kumar