आगरा। अगर आपने पैन कार्ड के लिए आवेदन किया है। कई दिन बीत जाने के बाद भी अब तक पैन कार्ड आपके घर पर डिलीवर नहीं हुआ है, तो ये खबर आपको सतर्क करने वाली है। आपका पैन कार्ड कोरियर कंपनी के ऑफिस में धूल फांक रहा है। मामला भावना प्लाजा स्थित फ‌र्स्ट फ्लाइट कोरियर कंपनी से जुड़ा हुआ है। कंपनी ऑफिस में हजारों की संख्या में पैन कार्ड बिखरे पड़े हैं। जबकि लोग पैन कार्ड के लिए चक्कर लगा रहे हैं।

लोगों को पता ही नहीं कि उनका पैन कार्ड धूल फांक रहा है

हजारों की संख्या में लोग एनएसडीएल (नेशनल सिक्योरिटी डिपोजिटरी लिमिटेड) में आवेदन करने के बाद पैन कार्ड के घर आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। आवेदन के कई दिनों के बाद भी अब तक पैन कार्ड घर नहीं पहुंचे हैं। उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं कि उनका पैन कार्ड फस्ट फ्लाइट कोरियर कंपनी के ऑफिस में धूल फांक रहा है। इसको लेकर आए दिन लोगों की कर्मचारियों से नोकझोंक होती रहती है। गुरुवार को भी कोरियर कंपनी के ऑफिस पर कुछ ऐसा ही हाल था।

गोपनीय पहचान को इस तरह रखना है अपराध

व्यक्ति की पहचान से जुड़े किसी गोपनीय डाटा, आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, डिजिटल आईकार्ड, इलेक्ट्रॉनिक सिग्नेचर आदि को गोपनीय तरीके से रखना या उसका इस्तेमाल करना, या किसी की गोपनीयता को भंग करना पहचान की चोरी के अपराध के अन्तर्गत आता है। वरिष्ठ अधिवक्ता दुर्ग विजय सिंह भैया ने बताया कि ये मामला आईटी एक्ट 2008 की धारा 43, 66 सी आईपीसी की धारा 419 के अन्तर्गत आता है। जब सरकार के पास पोस्ट ऑफिस के रूप में इतना बड़ा उपक्रम है, तो पैनकार्ड की डिलीवरी का काम निजी कोरियर कंपनियों को नहीं सौंपना चाहिए।

ऑनलाइन कॉन्टेक्ट नंबर भी सेवा में नहीं

कोरियर कंपनी द्वारा जो ऑनलाइन कॉन्टेक्ट नंबर 8291949837 दिया है। वह भी सेवा में उपलब्ध नहीं है। हालांकि इस बारे में कंपनी के कर्मचारी ने बताया कि इसके लिए हम घर डिलिवरी नहीं करते, बल्कि आवेदक को मैसेज कर देते हैं। उस पर हमारा कॉन्टेक्ट न दिया हुआ है। जब कर्मचारी से पूछा गया कि ये कॉन्टेक्ट नंबर तो सेवा में नहीं है, इस पर कर्मचारी ने चुप्पी साध ली।

स्पीड पोस्ट से पहुंचता था पैन कार्ड

विगत वर्ष जब भी कोई पैन कार्ड बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करता था, तो 15 से 20 दिन की समय अवधि में पोस्ट ऑफिस से स्पीड पोस्ट के जरिए घर पहुंचता था। पोस्टमैन रजिस्टर पर आवेदक के रिसीविंग हस्ताक्षर लेकर पोस्ट ऑफिस में डिलीवरी की रिपोर्ट देता था। ऐसे गोपनीय आईडी की डिलीवरी का ये सबसे सुरक्षित तरीका था। अब ये व्यवस्था निजी कोरियर कंपनियों के हवाले है।

Posted By: Inextlive