CHAKRADHARPUR: 35वां पंचाहनिका वार्षिक ब्रह्मोत्सव समारोह के चौथे दिन गुरुवार की शाम को भगवान बालाजी, माता लक्ष्मी व माता भूदेवी की उत्सव मूर्तियों को फूलों से सजे झूले में बिठा कर झुलाया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने भी झुले में लगी डोरी को ख्खीच कर भगवान को झुलाने का गौरव प्राप्त किया। इससे पूर्व भगवान बालाजी, माता लक्ष्मी व माता भूदेवी की प्रतिमा का भव्य श्रृंगार किया गया था। मंदिर के पुरोहित अनंतनारायनचार्युल ने वैदिक मंत्रच्च्चारण के बीच श्रद्धालुओं ने एक हजार दीप को प्रज्जवलित कर भगवान बालाजी की पूजा अर्चना किया। वहीं सुबह में पुरोहित ने सुप्रभातम, तोमल सेवा, नित्य होमम् करने के बाद 100 कलश में भरे जल से भगवान का अभिषेक किया। इस के बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया।

बालाजी की शादी आज

11 मई की शाम को भगवान बालाजी का विवाह माता लक्ष्मी व माता भूदेवी के साथ कराया जाएगा। इस विवाह को दक्षिण भारतीय परंपरा के अनुसार मंदिर के पुरोहित अनंतनारायनचार्युल परे विधान के साथ करायेंगे। विवाह संपन्न होने के बाद पंचाहनिका वार्षिक ब्रह्मोत्सव समारोह समाप्त होगा।

Posted By: Inextlive