-छह माह में 54 किमी तक बनने वाले पंचकोशी मार्ग पर तीन माह में हुआ है सिर्फ 10 किमी तक काम

-44 किमी और मार्ग बनाने के लिए बचे हैं तीन माह, काम कैसे होगा पूरा, उठ रहा सवाल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता वाले पंचकोशी परिक्रमा मार्ग को बनाने का काम 9 दिन चले अढ़ाई कोस की तर्ज पर हो रहा है। फैक्ट यह है कि अभी तक इस मार्ग का 25 फीसदी हिस्सा भी तैयार नहीं हो सका है। पिछले तीन माह में सिर्फ 10 किमी तक ही मार्ग बनाया जा सका है। जबकि इसकी डेडलाइन अगले तीन माह में समाप्त होने वाली है। वहीं अधिकारियों की दलील है कि निर्माण कार्य में बीच बीच में कई पेंच आ फंस रहे हैं, फिर भी मार्च तक कार्य पूरा करा लिया जाएगा। वहीं ये सवाल भी उठ रहा है कि जब तीन माह में मार्ग बनाने का आधा काम भी पूरा नहीं हो सका तो अगले तीन माह में पूरा मार्ग कैसे हो पाएगा?

समस्याओं ने रोका काम

अधिकारियों की मानें तो चितईपुर से भीमचंडी तक का पंचकोशी परिक्रमा मार्ग काफी सकरा है। सबसे ज्यादा दिक्कत इस रास्ते में स्थित कंदवा व अन्य जगहों पर बनी घनी बस्तियों के चलते आ रही है। इन मार्गो पर बने भवनों के स्वामियों को अपने चबूतरों की चिंता सता रही है। जबकि वे सरकारी जमीन पर हैं और इन चबूतरों की वजह से इन बस्तियों के पास के मार्ग पर जाम लग जाता है। इसके अलावा कंदवा के टर्निग प्वाइंट पर कई ऐसे घर हैं जिन्हें तोड़ा नहीं जा सकता है। इसलिए यहां से अमरा तक की सड़क पर निर्माण कार्य शुरू ही नहीं हो पाया है। वहीं इससे आगे की रोड को आधा बनाकर छोड़ दिया गया है।

ऐसे होना है काम

राज्य सड़क निधि से नरिया तिराहे से कपिलधारा तक बनने वाले परिक्रमा मार्ग को पिच और सीसी बनाया जाना है। आबादी वाले हिस्सों (बस्तियों) में सीसी रोड बनेगी, जबकि अन्य भागों में पिच रोड होगी। वहीं बस्तियों में लगे स्टोन को हटाकर सीसी किया जाएगा। जहां सड़क की चौड़ाई कम है, उस पर किये गए अतिक्रमण को हटाकर सड़क को पैरलर किया जाएगा। इसके अलावा पैदल चलने वालों के लिए सड़क के किनारों पर दो मीटर चौड़ा पाथवे भी बनना है। जलनिकासी के लिए बस्तियों में आधे मीटर की नाली बनेगी। काम पूरा होने के बाद सड़क की मार्किग कर साइन बोर्ड लगाए जाएंगे।

पब्लिक सुविधाओं का भी ध्यान

परिक्रमा मार्ग पर रास्ते में पड़ने वाले कंदवा, भीमचंडी, रामेश्वर, शिवपुर और कपिलधारा में राहगीरों के आराम के लिए सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। वाराणसी विकास प्राधिकरण व पर्यटन विभाग इन जगहों पर स्टील बेंच लगाने, पेयजल की सुविधा व पौधरोपण कराने के साथ ही सुंदरीकरण करायेगा।

ये आ रही समस्या

-गांव की चकबंदी से भूमि की अधिकारियों को जानकारी न होना

-अंडरग्राउंड बिजली, बीएसएनएल के तार व जलकल विभाग के पानी की पाइप खोदाई में डाल रहे हैं बाधा

-अलग-अलग एरिया में सरकारी जमीन पर बने घरों के चबूतरे

ये होना है काम

- मार्ग का सुदृढ़ीकरण

- चौड़ीकरण

- इंटरलॉकिंग का कार्य

- पाथवे

- नाली निर्माण

- साइन बोर्ड लगाना

एक नजर

102

करोड़ प्रोजेक्ट की लागत है

75

करोड़ मिल चुका है

54

किलोमीटर बनेगी सड़क

07

मीटर चौड़ी होगी सड़क

05

मीटर इंटरलॉकिंग पटरी

02

मीटर चौड़ा बनेगा पाथवे

05

मुख्य एरिया में जन सुविधाएं

31

मार्च 2019 तक बनना है मार्ग

01

अक्टूबर 2018 में शुरू हुआ था काम

वर्जन--

ऐसा नहीं है कि काम बंद है। कुछ दिक्कतों की वजह से कुछ एरिया में काम रुका हुआ है। रोड के एक साइड का काम पूरा होने के बाद ही दूसरे साइड का काम शुरू होगा। मार्च तक इसे पूरा करा लिया जाएगा।

आशुतोष सिंह, एई, पीडब्ल्यूडी (निर्माण खंड भवन)

Posted By: Inextlive