-शहर के कई मोहल्लों में दूर नहीं हो रही पानी की परेशानी

-भीषण गर्मी में पानी के लिए मची है किचकिच, नहीं आया पानी तो हटा दी टोटी

गर्मी अब अपना असली रूप दिखाने लगी है. ऐसे में अगर लोगों को बिजली पानी न मिले तो उनका क्या हाल होगा आप समझ सकते हैं. हालांकि शहर में बिजली की समस्या भले ही सुधर गई हो, पर यहां की पब्लिक को पानी की मार अभी भी झेलनी पड़ रही है. शहर में अभी भी कई ऐसे गली मोहल्ले हैं, जहां लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. फिर भी उनके घर तक सरकारी पानी नहीं पहुंच रहा. शहर में ऐसे एक-दो नहीं दर्जनों मोहल्ले हैं.

खरीद रहे हैं पानी

जिस शहर में गंगा वरुणा और असि जैसी नदियां हैं वह प्यासा है. गर्मी की शुरुआत में ही जबर्दस्त पानी की किल्लत हो रही है. शहर के सराय नंदन क्षेत्र के पंडिताने में लंबे समय से पीने का पानी नहीं पहुंच रहा. यहां पानी की सप्लाई पूरी तरह से बंद हो चुकी है. जलकल विभाग से नजदीक होने के बावजूद एरिया के सैकड़ों से अधिक घरों तक पानी नहीं पहुंच रहा. लोगों को प्यास बुझाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है. पानी मांगकर, खरीदकर या ढोकर लाना पड़ता है.

सात साल से नहीं आ रहा पानी

स्थानीय निवासी अनीता बिंद ने बताया कि पंडिताना मोहल्ले में पानी की समस्या पिछले सात सालों से बनी हुई है. लगातार जलकल व नेताओं के चक्कर काटने के बाद मोहल्ले में दो साल पहले पानी का कनेक्शन लगाया गया, लेकिन उसमें आज तक पानी नहीं आया. जबकि विभाग इन दो सालों से उनसे लगातार टैक्स वसूल रही है. पानी के पाइपों से पानी न आने से अब लोगों ने टोटी को ही बंद करा दिया है.

निगम है उदासीन

नगर निगम के मिसमैनेजमेंट के कारण शहर की एक बड़ी आबादी का गला तर नहीं हो पा रहा है. यह कड़वी सच्चाई है कि कई एरिया में पीने के पानी की सप्लाई नहीं हो रही है. ग्राउंड वाटर लेवल नीचे होने की वजह से हैण्डपम्पों ने जवाब देना शुरू कर दिया है.

खराब है सप्लाई

भीषण गर्मी में भी शहर के कई इलाकों में पानी की परेशानी हो गयी है. यहां सप्लाई का पानी या तो नहीं पहुंच रहा या पहुंच रहा है तो उसका फोर्स बहुत कम है. या फिर सीवर युक्त आ रहा है. नगवां, लहरतारा, सरायसुर्जन, नवाबगंज, कोनिया, बजरडीहा, बड़ी गैबी, खोजवां, सरैया समेत तमाम क्षेत्रों में लोग पानी के लिए परेशान है.

नोटा से देंगे जवाब

चुनाव का दौर शुरू हो चुका है. इस बार सरायनंदन वार्ड के लोगों ने अपना गुस्सा चुनाव में दिखाने का मन बना लिया है. मोहल्ले के लोगों का कहना हैं कि अगर यहां पीने के पानी की समस्या का समाधान चुनाव से पहले नहीं हुआ तो वे सभी राजनैतिक दलों का बहिष्कार करेंगे. वे वोट तो जरुर करेंगे, लेकिन नोटा पर.

ऐसा नहीं है कि शहर के हर मोहल्ले में पानी की किल्लत है. जहां प्रॉब्लम है, वहां काम किया जा रहा है. जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा.

बीके सिंह, महाप्रबंधक, जलकल

Posted By: Vivek Srivastava