काली और त्रिवेणी पाण्टून पुल के बीच धारा बदलने से बना द्वीप

एक धारा झूंसी तो दूसरी दारागंज की ओर मुड़ी

ALLAHABAD: मेला एरिया में लोक निर्माण वि5ाग, पावर कारपोरेशन व जल संस्थान का कार्य सबसे पहले शुरू हुआ था। इसमें लोक निर्माण वि5ाग का पाण्टून पुल बनाने का काम पिछड़ गया है। एरिया में पांच पाण्टून पुल बनाए जा रहे हैं। लेकिन दो दिन पहले मोक्षदायिनी गंगा की धारा ने अपना रू2ा बदल दिया है। काली व त्रिवेणी पाण्टून पुल के बीच एक धारा दारागंज व दूसरी झूंसी की ओर बदलने से द्वीप बन गया है। इसकी वजह से दोनों पुलों का काम प्र5ावित हो गया है।

दो पुल पर आवागमन शुरू

मेला एरिया में 15 दिस6बर से पहले महाबीर, गंगोत्री-शिवाला, काली, त्रिवेणी व ओल्ड जीटी रोड पाण्टून पुल शुरू कराने की योजना बनाई गई थी। इसमें से पुल न6बर एक महाबीर और पुल न6बर पांच ओल्ड जीटी रोड बनकर तैयार है। इसे गुरुवार को आवागमन के लिए चालू कर दिया गया है। यही नहीं पुल की निगरानी व कटान की स्थिति को दे2ाते हुए दस दिस6बर से तीन-तीन ए1सपर्ट कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी।

अ5ाी करना होगा इंतजार

काली व त्रिवेणी पुल के बीच में द्वीप बन जाने से पुल पर पीपा लगाने का काम धीमा हो गया है। पुल की निगरानी करने वाले व मेला अमीन किशोरी लाल गुप्ता ने बताया कि दोनों पुल की दूरी एक किमी की है। धारा बदलने से दोनों पुल के बीच में नौ सौ फिट जमीन प्र5ावित हो गई है। अ5ाी और जमीन प्र5ावित होने की आशंका है, इसलिए अब रेलिंग लगाने का काम चार दिन बाद कराया जाएगा।

बॉ1स

आचार्य बाड़ा को 80 बीघा जमीन

मेला एरिया में दो दिन के ब्रेक के बाद गुरुवार को दोबारा जमीन आवंटन की प्रक्रिया शुरू की गई। इसके लिए आचार्य बाड़ा के साधु-संन्यासियों को आमंत्रित किया गया था। हालांकि आवंटन का विरोध करने वाले स्वामी अच्युत प्रपन्नाचार्य ने मेला प्रशासन से नौ दिस6बर को उनके गुट को जमीन आवंटन करने को कहा था लेकिन प्रशासन ने उनकी बात को 2ारिज करते हुए 80 बीघा जमीन आवंटित की। आवंटन प्र5ारी चंद्रिका प्रसाद त्रिपाठी ने बताया कि रेलवे ब्रिज से जीटी उत्तर दिशा की ओर 209 संस्थाओं को जमीन उपल4ध कराई गई है।

Posted By: Inextlive