पैंट्रीकार में पैसेंजर्स को नहीं दिया जा रहा है बिल

दिल्ली-हावड़ा रूट की ट्रेनों में जारी है ओवरचार्जिग

1 अप्रैल से अनिवार्य हो चुका है चलती ट्रेन में पैसा लेकर बिल देना

ALLAHABAD: रेल मंत्रालय के साथ ही आईआरसीटीसी और रेलवे बोर्ड चाहे जितनी एक्सरसाइज कर ले। रनिंग ट्रेनों में पैंट्री कार संचालकों की मनमानी और ओवरचार्जिग के साथ पैसेंजर्स से हो रही मनमाना वसूली बंद होने वाली नहीं है। एक अप्रैल से पूरे ट्रेनों में 'नो बिल, नो फूड' का आदेश लागू हो चुका है फिर भी न बिल दिया जा रहा है और न ओवरचार्जिग रुकी है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने सोमवार को दिल्ली-हावड़ा रूट की ट्रेनों में रियलिटी चेक किया तो यही हकीकत सामने आई।

चार घंटे लेट थी ट्रेन

टाटानगर से जम्मूतवी जाने वाली जम्मूतवी-मूरी एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से करीब चार घंटे देरी से 12.30 बजे इलाहाबाद जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंची। रिपोर्टर ट्रेन में फूड बेच रहे वेटर्स के पीछे लग गया। पैंट्री कार से भोजन के पैकेट लेकर वेंडर कोच में घूमने लगा। खाना ले लो खाना वेज और नॉन वेज खाना ले लो। की आवाज लगाकर फूड बेचने लगा। एस-9 और एस-10 कोच के कई पैसेंजर्स ने भोजन के पैकेट को खरीदा। लेकिन वेंडर ने किसी को भी बिल नहीं दिया।

55 का खाना 120 रुपये में

रिपोर्टर वेटर के पीछे लगा रहा। उसके साथ घूमने के दौरान पता लगा कि रेलवे बोर्ड और आईआरसीटीसी के प्रयास व कार्रवाई के बाद भी ट्रेन में ओवर चार्जिग जारी है। रेलवे ने ट्रेन में वेज थाली का रेट 55 रुपये निर्धारित कर रखा है। इसके बाद भी पैंट्रीकार के वेटर थाली 120 रुपये में बेच रहे हैं। एस-9 में सवार रांची की रहने वाली उषा देवी पैंट्रीकार का खाना लेकर खा रही थी। उनसे पूछा गया कि आपने ये खाना कितने में खरीदा तो उन्होंने कहा, 120 रुपये में। उनसे जब पूछा गया कि वेटर ने आपको कोई बिल दिया तो उन्होंने कहा नहीं।

हमको तो कोई मशीन नहीं मिली

पैंट्रीकार मैनेजर से पूछा गया कि वे कस्टमर को कोई भी सामान खरीदने पर पीओएस मशीन से बिल दे रहे हैं या नहीं? तो मैनेजर ने कहा, जो कस्टमर बिल मांगता है, उसे हम बिल देते हैं। अभी पीओएस मशीन हमारे पास नहीं है। हमको कोई मशीन नहीं दिया गया है।

रेलवे का आदेश

ट्रेन में पेंट्री कार कोच है और आप कोई भी फूड आइटम परचेज कर रहे हैं तो बिल जरूर मांगें

कोल्ड ड्रिंक से लेकर पानी-बिस्कुट हर किसी चीज का बिल देना जरूरी है

एक अप्रैल से ये सुविधा लागू हो चुकी है। वेंडर बिल नहीं देता है तो उसे बिल का भुगतान न करें

यह भी चेक करना न भूलें कि वेंडर आपको जो बिल दे, वह पीओएस मशीन से निकला हो

Posted By: Inextlive