इविवि के बीएएलएबी व एलएलबी इंट्रेंस एग्जाम में सामने आया मामला

एग्जाम में पार्टिसिपेट कर रहे स्टूडेंट का कारनामा, हुआ अरेस्ट

ALLAHABAD: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के बीएएलएलबी व एलएलबी प्रवेश परीक्षा का पेपर लीक कर यूनिवर्सिटी को बदनाम करने की कुछ छात्र नेताओं की साजिश रविवार को फेल हो गई। एग्जाम के दौरान बैरहना स्थित एडीसी कॉलेज में छात्र सोनू राव कटप्पा को कक्ष निरीक्षकों ने उस समय रंगे हाथ पकड़ा, जब वह प्रश्न पत्र की फोटो खींच कर व्हॉट्सएप के थ्रू छात्र नेता चंदन सिंह के मोबाइल नंबर पर सेंड कर रहा था। व्हॉट्सएप पर वह पेपर सेंड करता इसके पहले ही कक्ष निरीक्षकों ने पकड़ कर उसे पुलिस के हवाले कर दिया। कीडगंज थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर छात्र को गिरफ्तार कर लिया। वहीं छात्र नेता चंदन सिंह की तलाश में लग गई है। क्योंकि चंदन सिंह पर ही पेपर लीक कराने का आरोप है। पुलिस अब ये पता लगा रही है कि ये हरकत चंदन सिंह की है कि या फिर पूरा गैंग सक्रिय है।

कक्ष निरीक्षकों की नजर

बैरहना स्थित इलाहाबाद डिग्री कॉलेज को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के बीएएलएलबी व एलएलबी इंट्रेंस एग्जाम का सेंटर बनाया गया था। जिसमें बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स एग्जाम देने के लिए पहुंचे। एडीसी के रूम नंबर चौदह में बलिया के अराजीमाफी पोस्ट सलेमपुर का रहने वाला सोनू राव कटप्पा पुत्र कन्हैया प्रसाद भी एग्जाम दे रहा था। एग्जाम शुरू होने के थोड़ी देर बाद कक्ष निरीक्षक की नजर जब सोनू राव कटप्पा पर पड़ी तो वहा मोबाइल से पेपर की फोटो खींच कर सेंड करने जा रहा था। कक्ष निरीक्षकों ने उसे रंगे हाथ पकड़ कर छानबीन की तो पता चला कि वह व्हॉट्सएप के थ्रू फोटो खींच कर अपने मोबाइल नंबर 9918989919 से प्रश्नपत्र की फोटो खींचकर मोबाइल नंबर 9616597777 पर व्हॉट्सएप करने जा रहा था।

छात्र नेता को भेज रहा था पेपर

सीओ तृतीय कृष्णगोपाल ने बताया कि छानबीन में पता चला कि सोनू जिस नंबर पर व्हॉट्सएप कर था वह नंबर इविवि के छात्रनेता चंदन सिंह का था। चंदन 2014-15 में इविवि छात्रसंघ अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ चुका है। इस समय वह पीसीबी छात्रावास का अंत:वासी है। यही नहीं चंदन सिंह पीजीएटी प्रवेश परीक्षा के पेपर आउट प्रकरण में चल रहे आंदोलन में बढ़-चढ़ कर अगुवाई कर रहा था। निदेशक प्रवेश प्रो। बीएन सिंह का कहना है कि पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद अब ये लग रहा है कि पूर्व में हुए पेपर लीक के मामले में भी चंदन सिंह का ही हाथ रहा है, जो यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन को ब्लैकमेल करने के लिए आंदोलन करवाता था।

बनाना था पेपर लीक का मुद्दा

पुलिस को छानबीन में पता चला है कि छात्र नेता चंदन सिंह की प्लानिंग पहले पेपर लीक करने और फिर लीक पेपर को वायरल कर उसे मुद्दा बनाने की थी। पूछताछ में सोनू ने पुलिस को बताया कि चंदन ने उसे दस मिनट में पेपर व्हॉट्सएप पर भेजने को कहा था, फिर वह पेपर हल करके उसे भेजता। बताया कि इसके बाद पेपर को दूसरे ग्रुप में वायरल करके मुद्दा बनाने की तैयारी थी। पेपर लीक की साजिश में चंदन सिंह का नाम आने के बाद पुलिस अब उसके पीछे लग गई है। तलाश में छापेमारी की जा रही है।

वहीं यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने सोनू कुमार को काली सूची में डाल दिया है। अब वह इविवि की किसी भी परीक्षा में भाग नहीं ले सकेगा।

Posted By: Inextlive