यूनिवर्सिटी के तपोवन का इतिहास संजोए है 125 साल पुराना पीपल का वृक्ष

वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीया जलाकर मन्नत मांगते हैं लोग

Meerut. सीसीएसयू का इतिहास भले ही 50 साल से अधिक पुराना न हो लेकिन यहां आज भी कई ऐसे वृक्ष खडे़ हैं, जो इस यूनिवर्सिटी समेत आसपास के क्षेत्र के लोगों के आकर्षण और आस्था का केंद्र हैं. ऐसा ही एक पीपल का वृक्ष यूनिवर्सिटी के तपोवन में लगा हुआ है. ऐसा बताया जाता है कि इस वृक्ष के नीचे दीया जलाने से लोगों की मन्नतें पूरी हो जाया करती थी. आज भी सुबह-शाम मार्निग वॉक पर आने वाले लोग इस वृक्ष को हाथ जोड़कर प्रणाम करते हैं और इसकी छांव में आराम करते हैं.

दिया जलाकर मांगते हैं मन्नत

यूनिवर्सिटी के तपोवन में करीब 125 साल पुराने पीपल वृक्ष की आसपास के क्षेत्र में बहुत मान्यता है. डिग्गी और अजंता कालोनी के लोग आज भी इस पेड़ को पूजते हैं. मान्यता थी कि जिन लोगों के पास अपना आवास नही होता था वे इस वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दिया जलाकर आवास की मन्नत मांगते थे. जिसके बाद उनकी मन्नत पूरी हो जाती थी. इसलिए लोग आज भी इस वृक्ष के नीचे दिया जलाकर मन्नत मांगते हैं.

तपोवन में लगा पीपल का वृक्ष करीब 125 साल पुराना है. इस वृक्ष की मान्यताएं से जुड़ी कई कहानियां हैं. हर त्योहार पर लोग इस वृक्ष की पूजा भी करते हैं.

प्रशांत कुमार, मीडिया प्रभारी, सीसीएसयू

पेड के बारे में यह कहानी प्रसिद्ध है कि यहां आपकी सभी प्रकार की इच्छाएं पूरी होती है. मगर इसके लिए आपको वृक्ष के नीचे दिया जलाकर कुछ समय के लिए लगातार पूजा करनी होगी. आसपास के लोग इस मान्यता को आज भी मानते हैं.

मितेंद्र गुप्ता, असिस्टेंट पीआरओ

Posted By: Lekhchand Singh