- अनंत के बाद पप्पू ने साधु और सुभाष को खिलाफ खोला मोर्चा

- लालू को जाहिल व नीतीश व जीतन लाल मांझी को विजन वाला नेता कहा

PATNA: एमपी पप्पू यादव ने मंडे को बिहार के बड़े नेताओं को तो सर्टिफिकेट बांटा ही खुद को भी खुद से ही सर्टिफिकेट दिया। उन्होंने लालू प्रसाद को जाहिल कहा, तो नीतीश कुमार को विजन वाला नेता। जीतनराम मांझी को भी विजन वाला नेता कहा। वे एक होटल में प्रेस कांफ्रेस में बोल रहे थे।

एकलव्य, मीरकासिम और कृष्ण

खुद को पप्पू यादव ने एकलव्य कहा और लालू प्रसाद को द्रोणाचार्य। कहा कि अपने परिवार के लिए लालू प्रसाद उनसे एकलव्य की तरह कुर्बानी मांग रहे थे। इस जामाने में कोई एकलव्य कैसे बनेगा। खुद को मीरकासिम और कृष्ण भी कहा पप्पू यादव ने। उन्होंने कहा कि हम कृष्ण के वंशज हैं और रहेंगे।

जब लालू खुद बोलते रहे तब

खुद भाषाओं की मर्यादा लांघने के लिए मशहूर रहे पप्पू यादव ने लालू प्रसाद की भाषा पर सवाल उठाया। लालू प्रसाद को जवाब देते हुए कहा कि मीरजाफर व जयचंद कौन है जनता जानती है। मुसलमानों का और यादवों का खूब इस्तेमाल परिवार के लिए लालू प्रसाद ने किया। कहा कि लालू प्रसाद, नीतीश कुमार के लिए कुछ भी भाषा का इस्तेमाल करते रहे तो वह ठीक था, अब एमपी अरूण सिंह बोल रहे हैं, तो गलत हो गए। परवीन अमानुल्लाह, मोनाजिर हसन, शाहिद अली खान का राजनीति में क्या किया गया।

साधु, सुभाष क्या करवाते रहे

एमपी पप्पू यादव ने पहली बार लालू प्रसाद को दोनों सालों के खिलाफ मोर्चा खोला। अनंत सिंह के बाद ये दोनों पप्पू के निशाने पर आए। कहा, दिनेश गोप, रामबाबू गोप और अशोक गोप की हत्या करवायी गई। इसकी सीबीआई से जांच होनी चाहिए। कहा, जब जीतन राम मांझी के बारे में कहा जा रहा था कि मार देंगे तब लालू-नीतीश कहां थे। बटाईदारी का सवाल बिहार में हर चुनाव में उठता रहा है। भूमि सुधार आयोग की सिफारिश नीतीश सरकार ने लागू ही नहीं की। बटाईदारी का सवाल उठाते हुए पप्पू यादव ने कहा कि बटाईदारी कानून में लालू प्रसाद और नीतीश कुमार ने अतिपिछड़ों को बर्बाद किया।

Posted By: Inextlive