डेयरी संचालकों और पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों में होती रही नोकझोंक

अवैध डेयरियों की पैरवी में आए लोगों ने बढ़ाई मुश्किल, कार्रवाई के दौरान जमकर हुई नोकझोंक

Meerut : मवेशियों को डेयरी से बाहर निकालते समय डेयरी संचालकों का विरोध हंगामे में बदला, जिस पर सिटी मजिस्ट्रेट ने पैरा मिलिट्री बुला ली. शुक्रवार को मेरठ में अवैध डेयरियों के खिलाफ अभियान में पुलिस -प्रशासनिक अधिकारियों और डेयरी संचालकों में जमकर नोकझोंक हुई.

डेयरी संचालकों ने बनाया दबाव

जली कोठी स्थित टीटू जैन की चर्चित डेयरी पर नगर निगम और पुलिस-प्रशासन की टीम की संयुक्त छापेमारी से शहरभर में डेयरी संचालकों के बीच खलबली मच गई. वहीं सैकड़ों डेयरी संचालकों की भीड़ दबाव बनाने के लिए और कार्रवाई को रोकने के लिए जुट गई. अभियान के दौरान कई बार ऐसा हुआ जब विरोध के बीच पुलिस-प्रशासन के पैर उखड़ते नजर आए. स्थिति अनियंत्रित होते ही सिटी मजिस्ट्रेट संजय कुमार पाण्डेय ने पैरा मिलिट्री फोर्स को कॉल कर लिया. वहीं सीओ कोतवाली दिनेश कुमार शुक्ला के नेतृत्व में 6 थानों की पुलिस को बुला लिया गया.

तैनात रही फोर्स

2-प्लाटून पीएसी

1-कंपनी पैरा मिलिट्री

6-थानों की पुलिस

12-महिला पुलिसकर्मी

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इनसेट

पहुंचे पैरोकार

टीटू जैन की डेयरी पर कार्रवाई की जानकारी पर सैकड़ों की संख्या में पैरोकार मौके पर पहुंच गए. पैरवी कर रहे लोगों की पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों से कई बार नोकझोंक हुई. अधिकारी मवेशियों को डेयरी से हटाने की बात कर रहे थे वहीं पैरोकार लगातार 'कुछ समय देने' की बात करते हुए अधिकारियों से उलझ रहे थे.

वरिष्ठ अधिकारियों की रही नजर

डेयरी के खिलाफ कार्रवाई पर डीएम अनिल ढींगरा, एसएसपी नितिन तिवारी और नगरायुक्त मनोज चौहान की नजर रही. डेयरी संचालकों के विरोध के मद्देनजर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस-प्रशासन तैयार था. एसपी सिटी डॉ. एएन सिंह घंटाघर स्थित अपने कार्यालय में बैठकर पल-पल के घटनाक्रम पर नजर रख रहे थे.

Posted By: Lekhchand Singh