पेरेंट्स को गुड पेरेंटिंग का पाठ पढ़ाएंगे स्कूल
सहोदय स्कूलों ने पेरेंट्स के लिए तैयार करवाई बुकलेट
पेरेंट्स को दी जाएगी क्लास, स्कूलों में तैयारी शुरू Meerut बच्चों के फ्यूचर और ग्रोथ में पेरेंट्स की मुख्य भूमिका होती है। जरा सी चूक बच्चों का भविष्य खराब कर सकती है। इसके लिए गुड पेरेंटिंग का होना बहुत जरूरी है। इस बात को महत्व देते हुए सिटी के सहोदय स्कूलों ने अनूठी पहल की है। इसके तहत अब स्कूल पेरेंट्स को गुड पेरेंटिंग की क्लास भी देंगे। जिसकी तैयारी स्कूलों ने शुरु भी कर दी है। ऐसे लागू होगी योजनासहोदय के मेंबर स्कूलों में इस पहल की शुरुआत की जाएगी। इसके तहत स्कूल सभी पेरेंट्स को गुड पेरेंटिंग के लिए प्रॉपरली गाइड करेंगे। सभी स्कूलों में इसके लिए पेरेंट्स को एक-एक बुकलेट भी दी जाएगी। जिसमें बच्चों से जुड़े सभी टॉपिक्स के बारे में गाइडेंस होगी। स्कूलों की ओर से ये बुकलेट सभी पेरेंट्स को फ्री ऑफ कॉस्ट दी जाएगी।
बुकलेट में ये होगा खास बच्चों की हेल्थ का ध्यान कैसे रखना चाहिए। बच्चे की ग्रोथ के लिए किन जरूरी पहलुओं पर पेरेंट्स को ध्यान होना चाहिए। सोशल मीडिया, मोबाइल, इंटरनेट से बच्चों को क्या नुकसान होगा। इसके लिए पेरेंट्स को क्या करना चाहिए क्या नहीं।बच्चों की पढ़ाई, उनके टाइमटेबल आदि को लेकर गाइडेंस।
इनका है कहना स्कूलों की ओर से पहली बार इस तरह का इनिशिएटिव लिया जा रहा है। अलग-अलग एक्सपर्ट्स से राय लेकर पेरेंटिंग के लिए बुकलेट तैयार करवाई गई हैं। इससे पेरेंट्स बेहतर तरीके से समझ पाएंगे कि उन्हें क्या करना चाहिए और क्या नहीं। राहुल केसरवानी, सहोदय सचिव पेरेंट्स की बच्चों को लेकर काफी समस्याएं होती हैं। इस तरह की पहल से उन्हें भी काफी मदद मिलेगी। स्कूल और पेरेंट्स का इंटरेक्शन और मजबूत होगा। इससे काफी समस्याओं को दूर करने में मदद मिल सकेगी। प्रीति मल्होत्रा, प्रिंसिपल, द आर्यस स्कूल बुकलेट तैयार हो चुकी हैं। पेरेंट्स को कोई परेशानी न हो इसके लिए हिंदी और इंग्लिश दोनों लैंग्वेज में इन्हें पब्लिश करवाया जा रहा है। इस पहल से पेरेंट्स को बहुत सारी चीजें समझने में आसानी होगी। अनुपमा सक्सेना, प्रिंसिपल, गार्गी गर्ल्स स्कूल क्या कहते हैं पेरेंट्स पेरेंट्स के लिए इस तरह की पहल स्कूल कर रहे हैं। ये अच्छी शुरुआत हो सकती हैं। इससे अवेयरनेस भी आएगी। ख्याति, पेरेंट्सस्कूलों की ये अच्छी पहल है। इस तरह के प्रयासों से बच्चों को बहुत बच्चे जागरुक होते हैं और पेरेंट्स को भी काफी मदद मिलती है।
अभिषेक रस्तोगी, पेरेंट्स