भूजा बेचने वाले राकेश प्रजापति को अपट्रान चौराहे के पास मिला था पर्स
allahabad@inext.co.in
ALLAHABAD: वह भूजा की ठेलिया लगाता है और गरीबी में गुजर बसर करता है। लेकिन ईमानदारी पर आंच नहीं आने दी। भूजा का स्टाल लगाने वाले राकेश प्रजापति ने रास्ते पर मिला पर्स संबंधित व्यक्ति के घर तक पहुंचाकर अपनी ईमानदारी की मिसाल पेश की है।

गाड़ी खराब हुई तो गिर गया पर्स
तेलियरगंज के राजेश मिश्रा एलआईसी के सिविल लाइंस स्थित मुख्य ब्रांच में एजेंट हैं। तीस जून की रात में वे काम समाप्त कर घर जा रहे थे। अपट्रान चौराहे के पास उनकी गाड़ी खराब हो गई। करीब ग्याहर बजे गाड़ी स्टार्ट हुई तो वे घर चले गए। घर पहुंचने पर जब उन्होंने जेब टटोली तो पता चला कि पर्स नहीं है।

पर्स में थे दस हजार नकद व कार्ड
राजेश ने बताया कि पर्स में दस हजार रुपए, तीन एटीएम कार्ड, दो क्रेडिट कार्ड, आधार कार्ड व पैन कार्ड के साथ एक ब्लैंक चेक था। एक जुलाई को सुबह दस बजे राकेश प्रजापति का फोन आया तो उन्होंने पूछा कि आपका नाम राजेश है। हां कहने पर पूछा कि आपका पर्स गिरा है क्या? इसके बाद राकेश ने राजेश को शंकर घाट के पास दोपहर बारह बजे बुलाया। राकेश ने पहचान पूछी तो राजेश ने उन्हें वोटर आईडी कार्ड दिखाया।

पर्स में सबकुछ सलामत था
राजेश के कार्ड दिखाने के बाद राकेश ने उन्हें पर्स दे दिया। राजेश ने राकेश को खुश होकर पांच सौ रुपए देने चाहे तो उसने लौटा दिए। राजेश ने कहा कि रुपए से ज्यादा महत्वपूर्ण कार्ड थे। राकेश ने ईमानदारी नहीं दिखाई होती तो ये कार्ड बनवाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता।

Posted By: Inextlive