टीम इंडिया में एमएस धोनी का उत्तराधिकारी कौन होगा? यह सवाल काफी समय से उठा है। अभी तक टीम मैनेजमेंट धोनी की जगह एक परमानेंट विकेटकीपर को नहीं ढूंढ सकी है। ऐसे में पार्थिव पटेल ने एक तरीका बताया है जिससे भारत को एक अच्छा विकेटकीपर मिल सकता है।

कोलकाता (पीटीआई)। अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज पार्थिव पटेल को लगता है कि भारत के युवा खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए लगातार मौके दिए जाना चाहिए, जो कि नहीं हो रहे हैं। हालांकि रिद्धिमान साहा टेस्ट में नियमित रहे हैं, भारत के पास वर्तमान में के एल राहुल के साथ सीमित ओवरों के क्रिकेट में एक निश्चित विकेटकीपर नहीं है और हाल ही में ऋषभ पंत, जो एक नियमित स्क्वाड सदस्य हैं, लेकिन उन्हेंं टीम में जगह नहीं मिलती।

कौन बन सकता है परमानेंट विकेटकीपर

यह सब देखकर पार्थिव कहते हैं, 'मुझे नहीं लगता कि हमें कोई निश्चित विकेटकीपर नहीं मिल रहा है। हमारे पास भारत ए के लिए केएस भरत हैं। फिर टीम इंडिया में ऋषभ पंत और केएल राहुल आते हैं। वहीं साहा आपका नंबर 1 टेस्ट विकेटकीपर है। लेकिन मुझे लगता है कि हम कुछ और हासिल कर सकते हैं।' पटेल ने एक इंस्टाग्राम चैट के दौरान कहा, 'हर किसी में यह है ... यह थोड़ा अधिक लगातार रन बनाने के बारे में है।" विकेट कीपिंग के विकास के बारे में बात करते हुए, पटेल, जिन्होंने आखिरी बार 2018 में भारत के लिए एक टेस्ट खेला था, ने कहा: "मुझे लगता है कि विकेटकीपर ऑलराउंडर हैं। आपको एक मानसिकता रखनी होगी कि आप एक शुद्ध बल्लेबाज हैं, न कि आप विकेटकीपर। अगर आपको लगता है कि आपका काम सिर्फ 30 रन बनाने से होगा और टीम में जगह बनी रहेगी, अब ऐसा नहीं होता।'

विकेटकीपर का काम रना बनाना भी

पार्थिव ने कहा, 'क्रिकेट का पूरी तरह से विकास हो चुका है। लोग चाहते हैं कि आपका विकेटकीपर रन बनाए। ताकि आप एक टेस्ट में पांच गेंदबाजों के साथ खेल सकते हैं क्योंकि फिर आपके पास 20 विकेट लेने की अधिक संभावना होगी।" स्कोर बनाने और रखने के बीच संतुलन बनाने के महत्व पर जोर देते हुए, पटेल ने कहा: "जब मैं ऑस्ट्रेलिया दौरे पर था (2018 में), (एमएसके) प्रसाद सलेक्शन कमेटी के अध्यक्ष थे, मैंने उनसे कहा था कि जब कोई विकेटकीपर टीम में आता है तो वह इसलिए प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनता है क्योंकि वह ढेर सारे रन बनाकर आया है। मगर कुछ समय बाद उसे टीम से बाहर कर दिया जाता है क्योंकि उसने खराब विकेटकीपिंग की।'

सलेक्शन को लेकर होना होगा सतर्क

भारत के सबसे कम उम्र के टेस्ट विकेटकीपर का दर्जा हासिल करने वाले पार्थिव कहते हैं, सलेक्शन और ड्रॉप के समय विकेटकीपर को लेकर जो अलग-अलग तर्क दिया जाता है, इसे समझना होगा। आपको सही संतुलन बनाना होगा। आपको उस मानसिकता को बनाए रखना होगा।" 35 वर्षीय ने पूर्व में चार बार आईपीएल चैंपियन मुंबई इंडियंस के लिए खेला है और वर्तमान में विराट कोहली की अगुवाई वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ हैं, जिसने अभी तक कोई खिताब नहीं जीता है। पटेल ने कहा, "मैं अब तीन साल से उनके साथ हूं। किसी भी अन्य टीम की तरह हम इस मानसिकता के साथ चलते हैं कि हम इस साल जीतेंगे ... जब आप सफल नहीं होते हैं तो दबाव बढ़ता है।" उन्होंने कहा, "विकेट कीपर के पास 360 डिग्री का दृष्टिकोण है, व्यक्तिगत रूप से मुझे 10-15 वर्षों के लिए घरेलू पक्ष का अनुभव है। मैंने विकेट के पीछे से हमेशा विराट (कोहली) को बताया है।'

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari