बस शेल्टर बने पार्किंग, कहां खड़े हों मुसाफिर
रियलिटी चेक
Meerut: पीपीपी मॉडल पर मेरठ में बस स्टॉप का निर्माण किया गया है। हर प्रमुख चौराहे और सड़क के किनारों पर बने बस शेल्टर पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है या इन्हें पार्किंग के तौर पर प्रयोग में लाया जा रहा है। आई नेक्स्ट टीम ने मंगलवार को रियलिटी चेक किया। स्थिति आपके सामने है जीरो माइल (शिवाजी चौक) -व्यस्ततम जीरो माइल (शिवाजी चौक) के बस शेल्टर के आगे पुलिस की वैन खड़ी है। पार्किंग के तौर प्रयोग हो रहे इस शेल्टर के आगे वाहन खड़े रहते हैं तो वहीं बस के इंतजार में मुसाफिर सड़क पर। मवाना रोड -जीरो माइल से मवाना रोड के लिए जाने वाली सड़क पर बने बस शेल्टर पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। यहां पंचर की दुकान शेल्टर के नीचे चल रही है। बेगमब्रिज-बेगम ब्रिज चौराहे पर बने बस शेल्टर को टैंपो स्टैंड के तौर पर प्रयोग में लाया गया है।
बेगमब्रिज-2 -मुख्य सड़क पर बने इस शेल्टर में ठेले वाले जमे रहते हैं। यात्रियों के खड़े होने की जगह यहां नहीं है। जीआईसी -जीआईसी स्थित बस शेल्टर को पार्किंग के तौर पर प्रयोग में लाया जा रहा है। इमलियान-इमलियान स्थित बस शेल्टर को भी पार्किंग के तौर पर प्रयोग में लाया जा रहा है, क्षेत्रीय लोग यहां कार पार्क कर रहे हैं।
---- नगर निगम ने बस शेल्टर का निर्माण नागरिकों की सुविधा के लिए किया था। अतिक्रमणकारियों को खदेड़ने के लिए निगम अभियान चलाता है तो वहीं जनसामान्य को भी चाहिए कि वे जनसुविधाओं के प्रति जागरूक हों। राजेश कुमार, संपत्ति अधिकारी, नगर निगम