यात्रीगण कृपया ध्यान दें, आपकी सुरक्षा में तैनात हैं रिटायर्ड सैन्यकर्मी
-रिटायर्ड सैन्यकर्मियों की ली जा सकती है सहायता
-तीज-त्योहार के समय ज्यादा होती है चोरी और आपराधिक वारदातें -अभी विगत दिनों में चोरी का विरोध करने पर नीचे फेंक दिया था पैसेंजर्स आगरा। ट्रेनों में एस्कॉर्ट की संख्या में इजाफा किया जाएगा। ताकि आपका सफर सुरक्षित रहे। जहां कमी होगी वहां रेलवे रिटायर्ड सैन्यकर्मियों की तैनाती करेगा। इससे तीज-त्योहार के समय ज्यादा भीड़भाड़ में पैसेंजर्स के साथ आपराधिक वारदात व चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाया जा सके। रेलवे बोर्ड ने इस प्रकार के दिशा-निर्देश जारी किए हैं। ट्रेन में सफर करने वाले पैसेंजर्स और उनके सामान की सुरक्षा के लिए होमगार्ड, रिटायर्ड सैन्यकर्मी, या रिटायर्ड सीआईएसएफ के जवानों की सहायता ली जा सकती है। इसमें रेलवे के अफसर सैनिक कल्याण बोर्ड के माध्यम से सैन्यकर्मियों की रेलवे में तैनाती की जा सकेगी। त्योहार पर बढ़ जाती हैं वारदातेंट्रेनों में अक्सर तीज-त्यौहार के समय वारदातें बढ़ जाती हैं। आगरा मंडल से 250-300 ट्रेनें हर रोज गुजरती हैं। इनमें से प्रमुख ट्रेनों में ही जीआरपी और आरपीएफ का एस्कॉर्ट चलता है। लेकिन हकीकत में रजिस्टर में तो ड्यूटी होती है, लेकिन मौके से नदारद होते हैं। अभी तीन अगस्त को त्रिवेन्द्रम एक्सप्रेस में शातिरों के गैंग ने लूट का विरोध करने पर मां-बेटी को ट्रेन से नीचे फेंक दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। ये तो एक बानगी भर है, कमोबेश ये घटनाएं होती रहती हैं.जैसे ही कोई तीज-त्यौहार आता है, तो गैंग सक्रिय हो जाते हैं, भीड़-भाड़ में मौका देखकर वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं।
संवेदनशील शहरों में आगरा आगरा संवेदनशील शहरों में हैं। अभी खुफिया सूत्रों ने कई जिलों में आतंकी गतिविधियों को लेकर अलर्ट भेजा है, जिसमें आगरा भी शामिल है। अभी तक कभी बम धमाके का लेटर भेजकर तो कभी संदिग्धों के पकड़े जाने से संवेदनशीलता का रुख और गहरा हो जाता है। अभी हाल ही में जम्मू-कश्मीर से 30 आतंकियों को भी सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया है। बता दें कि 29 नवंबर 2015 को आईएसआई एजेंट एजाज भी आगरा की रेकी कर चुका है। उसे 27 नवंबर को मेरठ में गिरफ्तार किया गया था। उसके पास आगरा के मैप व अन्य सामान बरामद हुआ था। उसने आगरा में दो महीने बिताए थे। क्या बोले जिम्मेदार राष्ट्रीय पर्व और रक्षाबंधन के त्योहार को देखते हुए ट्रेनों में पैसेंजर्स की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जीआरपी की सुरक्षा की क्या रणनीति है। इसको लेकर दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने जीआरपी डीआईजी वीरेन्द्र श्रीवास्तव से बात की।सवाल: आगामी राष्ट्रीय पर्व और रक्षाबंधन के त्योहार को लेकर सुरक्षा की क्या रणनीति है
जबाव: ट्रेनों में पैसेंजर्स की सुरक्षा को लेकर हम कई बिन्दुओं पर काम कर रहे हैं। मैं इसकी मॉनीटरिंग खुद कर रहा हूं। ऐसे कोचों को चिह्नित किया जा रहा है, जिसमें महिलाएं ज्यादा सफर कर रही हों। उनमें एस्कॉर्ट लगाया जा रहा है। सवाल: हर बार एस्कॉर्ट तैनाती की बात कही जाती है, लेकिन ट्रेनों में एस्कॉर्ट नहीं मिलता। जबाव: नहीं ऐसा नहीं है, एस्कॉर्ट की संख्या बढ़ाने को कहा गया है। इसकी रेंडम चेकिंग भी की जा रही है। इसकी समीक्षा की गई है। क्राइम का पैटर्न क्या है, कहां एस्कॉर्ट तैनात है। पुराने क्रिमिनल्स का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। उनका मूवमेंट चेक किया है। यह भी देखा जा रहा है कितने जमानत पर बाहर हैं। इसके लिए एक्शन प्लान तैयार किया गया है। पुलिसिंग के साथ जीआरपी का इकबाल बढ़ाया जा रहा है। सवाल: ट्रेनों में आपराधिक वारदातें बढ़ रही हैं।जवाब: रेलवे में 30 से 40 प्रतिशत अपराध में गिरावट आई है। सभी की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं। स्टेशनों पर सिपाहियों की ड्यूटी लगाई गई है। संदिग्धों पर विशेष नजर रखी जा रही है।
अब तक ट्रेन में बम मिलने की घटनाओं पर एक नजर
1- 27 अप्रैल 2015 को आगरा कैंट रेलवे पर तूफान एक्सप्रेस में बम होने की सूचना पर मची खलबली। बीडीएस टीम मौके पर पहुंची। जांच के बाद एक खाली सूटकेस मिला था। 2- एक अक्टूबर 2015 को टूण्डला रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में बम होने की सूचना मिली। 4- एक मार्च 2017 को मितावली स्टेशन के पास दूरंतो को पत्थर रखकर पलटने की कोशिश की गई। 5- 17 मार्च 2017 भांडई स्टेशन के पास अंडमान एक्सप्रेस को पत्थर रखकर पलटने की कोशिश की गई। 6- 13 अगस्त 2017 को बेगलुरु राजधानी में बम होने की सूचना पर ट्रेन आगरा कैंट प्लेटफॉर्म नं। एक पर रोकी गई। देर रात तक चेकिंग हुई। 7- 25 जनवरी 2017 को इटावा पैसेंजर के टॉयलेट में बम होने की सूचना मिली थी।